मुंबई : भारतीय क्रिकेट टीम में ऑपनर के रूप में विरेंद्र सहवाग ने बहुत दिनों तक राज किया है. सहवाग को सबसे पहले पूर्व कप्तान सौरभ गांगुली ने ऑपनर के रूप में इंट्रो कराया था. सहवाग के पहले वनडे में सचिन तेंदुलकर और सौरभ गांगुलीकी जोड़ी को विश्व में सबसे घातक ऑपनर माना जाता है, लेकिन सौरभ ने सहवाग को अपने स्थान पर शुरूआत करने के लिए भेजना शुरू किया.
सहवाग ने भी अपने कप्तान को निराश नहीं किया और एक घातक ऑपनर के रूप में अपनी क्षवि बनाने में कामयाब रहे. विरेंद्र सहवाग की मौजूदगी में टीम इंडिया ने 15 ओवर में ही 100 रनों का आंकड़ा पार करना शुरू कर दिया. सहवाग आरंभिक गेंदबाजों की इतनी धुनाई कर देते थे कि उनकी लाइन और लेंथ गायब हो जाती थी.
बहरहाल सहवाग कई सालों से टीम इंडिया का हिस्सा नहीं हैं. निराशजनक प्रदर्शन के कारण धमाकेदार बल्लेबाज होने के बाद भी सहवाग को टीम में जगह नहीं मिल पा रही है.युवा खिलाडियों ने अपने प्रदर्शन से चयन समिति को काफी प्रभावित किया है.
सहवाग की तरह धमाकेदार बल्लेबाज के तौर पर लगता है टीम इंडिया को विकल्प मिल गया है.शिखर धवन अभी टीम इंडिया में शानदार ऑपनर की भूमिका में हैं. धवन भी जब अपने फॉर्म में होते हैं तो विपक्षी टीम की हालत देखने लायक होती है. श्रीलंका के खिलाफ 2 नवंबर को खेले गये पहले वनडे मैच में यह देखने को मिला. धवन और रहाणे जब-तक क्रिच पर रहे श्रीलंकाई गेंदबाजों की धुनाई होती रही.
धवन ने अपनी बल्लेबाजी से कई मौकों पर लोगों को आनंदित किया है. हालांकि यह खिलाड़ी विदेशों में अपनी प्रतिभा दिखा पाने में अभी तक कामयाब नहीं हो पाया है. इस मामले में यह पूर्व ऑपनरों की तुलना में काफी पीछे हैं. हालांकि अब इस खिलाड़ी को सहवाग के विकल्प के रूप में देखा जा रहा है.