पटना: बाढ़ की आपदा से हुई फसल क्षति मद के दो सौ करोड़ रुपये का भुगतान अब तक नहीं हो सका है, जबकि इस मद के दो सौ करोड़ रुपये की निकासी आपदा प्रबंधन विभाग ने एक माह पूर्व ही कर ली है.
अब इस राशि को वितरण के लिए आपदा प्रबंधन विभाग कृषि विभाग से किसानों की सूची मांग रहा है. कृषि विभाग के माध्यम से किसानों को मिलनेवाले मुआवजे के लिए आपदा प्रबंधन विभाग ने कृषि विभाग से फसल क्षति के दावेदार किसानों की सूची की मांग की थी. इसके बावजूद कृषि विभाग द्वारा अब तक आपदा प्रबंधन विभाग को यह उपलब्ध नहीं कराया गया है.
आपदा प्रबंधन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार इस साल बाढ़ के कारण राज्य के 20 जिलों के किसानों को व्यापक फसल क्षति का सामना करना पड़ा. सबसे अधिक क्षति नालंदा जिले में हुई थी. इसके अलावा सहरसा, सुपौल, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, भागलपुर, मधेपुरा आदि जिलों में फसल की व्यापक क्षति हुई थी.
विभागीय अधिकारी ने बताया कि एक अनुमान के मुताबिक 20 जिलों में कम से कम पांच लाख हेक्टेयर में लगी फसल बरबाद हुई है. बाढ़ के दौरान लगभग एक हजार करोड़ रुपये से अधिक की क्षति हुई है.
इस क्षति में मकान के ध्वस्त होने की क्षति को भी शामिल किया गया है.
आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव व्यास जी ने स्वीकार किया कि कृषि विभाग से किसानों की सूची नहीं मिलने के कारण ही इस मद में रखे गये दो सौ करोड़ रुपये कृषि विभाग को नहीं दिया गया है. उन्होंने कहा कि कृषि विभाग ने जल्द ही किसानों की सूची उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया है. उन्होंने कहा कि फिलहाल आपदा प्रबंधन विभाग को एक भी जिले से फसल क्षति के लिए किसानों की सूची नहीं मिली है.