कोलंबो : श्रीलंका के मध्य हिस्से में बारिश की वजह से आए भीषण भूस्खलन से कम से कम 100 लोगों के मारे जाने की आशंका है. इलाके में रहने वाले भारतीय मूल के बागान मजूदर इसका शिकार हुए हैं. श्रीलंकाई सेना बचाव अभियान में लगी हुई है. आपदा राहत अधिकारियों ने कहा कि मध्य बदुल्ला जिले के हल्दुमुल्ला इलाके में करीब आठ शव बरामद किए गए हैं.
हालांकि अनाधिकारिक आंकडों के अनुसार बरामद शवों की संख्या 16 है. आपदा प्रबंधन मंत्री महिन्दा अमरवीरा ने कहा, ‘‘लापता लोगों की संख्या हमारे द्वारा अनुमान की गयी संख्या से बहुत कम है.’’ इससे पहले आयी खबरों में कम से कम 300 लोगों के मारे जाने की आशंका जतायी गयी थी.
मूसलाधार बारिश होने के बाद बुधवार तडके भूस्खलन आने से पर्वत का एक हिस्सा बगान मजूदरों के घरों पर गिर गया. सरकार ने फंसे लोगों को निकालने के लिए सेना तैनात की। लोगों के 30 फुट की गहराई पर दबे होने की आशंका है.
राष्ट्रपति महिन्दा राजपक्षे ने साथ ही सुरक्षा बलों से प्रभावित इलाके में अपनी मशीनरी तैनात करने के आदेश दिए थे. सेना का कहना है कि पुलिस और वायुसेना के अतिरिक्त उसके कम से कम 300 जवान तैनात किए गए हैं. नेशनल बिल्डिंग रिसर्च सेंटर ने आसपास के कई इलकों में भूस्खलन आने की चेतावनी दी है.
शीर्ष आपदा राहत अधिकारी शरतलाल कुमारा ने कहा कि संबंधित इलाकों में और बारिश के होने की वजह से शाम को राहत कार्य रुक गए. गौरतलब है कि श्रीलंका के ज्यादातर हिस्सों में पिछले कुछ हफ्तों से भारी बारिश हो रही है और आपदा प्रबंधन केंद्र ने भूस्खलन तथा चट्टानों के खिसकने की चेतावनी जारी की थी.