भागलपुर: भागलपुर के मरीजों पर दलालों का शिकंजा है. दूर-दराज जिलों से आने वाले मरीजों के बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन व ऑटो स्टैंड से उतरते ही दलाल मरीजों के पीछे लग जाते हैं और अच्छे चिकित्सकों का हवाला देकर अपने पसंदीदा चिकित्सकों के पास मरीज को लेकर चले जाते हैं. चिकित्सक से मिलने वाली मोटी रकम के लालच में ये दलाल गरीबों का आर्थिक दोहन तो करते ही हैं, चिकित्सक भी मरीजों से मोटी फीस व जांच के नाम पर हजारों रुपये ले लेते हैं.
मंगलवार को तिलकामांझी हटिया रोड में भी एक रिक्शा चालक मरीज को लेकर एक फिजिशियन के यहां गये. वहां जाने के बाद मरीज को क्लिनिक के कंपाउंडर से मिला दिया और वहां से चले गये. बाद में पता चला कि मरीज को सामान्य सर्दी-खांसी बुखार की शिकायत थी. बावजूद इसके मरीज से 1700 रुपये की पैथोलॉजी जांच करायी गयी.
परिजनों ने बताया कि यहां चिकित्सक की फीस तीन सौ रुपये और जांच के दो हजार लग गये. ऊपर से एक सप्ताह के लिए हजार रुपये की दवा खरीदी है. एक सप्ताह बाद चिकित्सक ने दोबारा जांच कराने को कहा है. मरीज को चिकित्सक के यहां पहुंचाने वाले रिक्शा चालक ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि हमलोगों की कमाई का यही जरिया है. चूंकि शहर में बहुत रिक्शा चालक हैं.
इसलिए उसमें कम फायदा होता है, पर मरीज को लेकर आते हैं तो किराया के अलावा कमीशन भी मिल जाता है. यही हाल शहर के अन्य इलाकों का भी है. बड़ी पोस्ट ऑफिस के पास स्थित क्लिनिक, घंटाघर रोड सहित अन्य नर्सिग होम के आसपास भी रिक्शा व ऑटो चालक मरीजों की टोह में लगे रहते हैं. वे मरीजों की स्थिति को भांप लेते हैं और फिर उनसे हमदर्दी दिखाने के नाम पर कमीशन के लिए मरीजों को चिकित्सक के यहां पहुंचा देते हैं.