अधिवक्ता संजय शर्मा का कहना है कि मंत्री व उनके अनुयायी उन्हें डरा-धमका कर जबरदस्ती रुपये लेने की कोशिश की थी. इस मामले में पुलिस व मुख्यमंत्री की ओर से कोई सहायता नहीं मिलने के बाद अधिवक्ता ने इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से गुहार लगाने का फैसला लिया है. दूसरी ओर, सभी आरोपों को बेबुनियाद बता कर मंत्री कृष्णोंदु चौधरी ने कहा कि एक निर्माणाधीन घर के बारे में जांच के दौरान अधिवक्ता व उनके रिश्तेदारों ने मंत्री के साथ धक्कामुक्की की थी.
इधर, अधिवक्ता का कहना है कि मंत्री कृष्णोंदु चौधरी, इंग्लिशबाजार नगरपालिका के नौ नंबर वार्ड की पार्षद प्रतिभा सिंह व उनके नेतृत्व में 125 सशस्त्र बदमाशों ने उनके घर में हमला चलाया. मंत्री के खिलाफ विगत 23 मार्च को पुलिस के पास दर्ज की गयी दो करोड़ रुपये अदायगी संबंधी शिकायत वापस लेने के लिए अधिवक्ता को डराया व धमकाया भी गया. श्री शर्मा ने बताया कि बदमाशों ने उनके रिश्तेदारों को पीटा भी और इस दौरान मंत्री ने अधिवक्ता के टेबल पर रखे दो लाख 27 हजार 500 रुपये लूट लिये. सिर्फ यहीं नहीं अधिवक्ता का कहना है कि मंत्री ने घटना के बाद खुद ही पुलिस बुला कर उन्हें गिरफ्तार करने का निर्देश दिया, लेकिन बाद में डर से अपनी शिकायत वापस ले ली. अधिवक्ता श्री शर्मा ने कहा कि मंत्री व पार्षद ने उन्हें जान से मारने की भी कोशिश की.
श्री शर्मा ने मीडिया को बताया कि लोकसभा चुनाव के पहले 22 मार्च को मंत्री श्री चौधरी ने उनसे दो करोड़ रुपये की मांग की थी. रुपये देने के लिए राजी नहीं होने पर उनके घर का निर्माण कार्य बंद कर दिया गया. 23 मार्च को उन्होंने मंत्री व पार्षद के खिलाफ इंग्लिशबाजार थाने में शिकायत की थी और इसके बाद से ही मंत्री व पार्षद उन्हें शिकायत वापस लेने के लिए बार-बार धमकी दे रहे हैं. अधिवक्ता ने बताया कि इंग्लिशबाजार नगरपालिका ने हाल ही में उनके घर का प्लान पास कर दिया है.