पटना : सूबे के विश्वविद्यालयों में अब सेवानिवृत्त शिक्षक भी बहाल होंगे. शिक्षा विभाग ने इसके लिए प्रस्ताव तैयार किया है और प्रस्ताव को सहमति के लिए वित्त विभाग भेजा है. वित्त विभाग से सहमति मिल जाने के बाद उसे कैबिनेट भेजा जायेगा. कैबिनेट से मंजूरी के बाद विश्वविद्यालयों को बहाली के आदेश दिये जायेंगे. सेवानिवृत्त शिक्षकों को भी एडहॉक पर बहाल होने वाले शिक्षकों के तर्ज पर प्रति क्लास एक हजार रुपये और महीने में अधिकतम 25 हजार रुपये दिये जायेंगे.
सभी विश्वविद्यालयों में जब तक वेतनमान पर असिस्टेंट प्रोफेसर की बहाली नहीं हो जाती है तब तक वे बने रहेंगे. सेवानिवृत्त शिक्षकों को नियुक्ति विश्वविद्यालय स्तर पर होगी. विश्वविद्यालय के कुलपति अपने-अपने विवि में बहाली करेंगे. कमेटी में कुलपति के अलावा प्राचार्य स्तर के तीन विषय विशेषज्ञ, संबंधित विषय के विभागाध्यक्ष स्तर के विशेषज्ञ शामिल रहेंगे. इनकी नियुक्ति असिस्टेंट प्रोफेसर की स्वीकृत पदों के विरुद्ध होगी.
नियुक्ति में इनकी योग्यता और अहर्ता वही होगी जो यूजीसी द्वारा विवि व कॉलेजों के वेतनमान वाले शिक्षकों के लिए निर्धारित है. ऐसे शिक्षकों को निर्धारित राशि के अलावा कोई अन्य भत्ता, भविष्य निधि, पेंशन और उपदान का लाभ नहीं दिया जायेगा. इनकी नियुक्ति में आरक्षण नियमों का भी पालन होगा और नियमित रूप से वेतनमान वाले सहायक प्राचार्यों की बहाली के बाद इनकी सेवाएं खत्म हो जायेगी. सूबे के विश्वविद्यालयों में करीब पांच हजार असिस्टेंट प्रोफेसर के पद रिक्त हैं. 3364 पदों पर बहाली के लिए बीपीएससी आवेदन ले रहा है.