कालाधन मामले में आज केंद्र सरकार में हलफनामा दायर कर उन तीन लोगों के नाम बतायें हैं, जिनका कालाधन विदेशों में जमा है. इन तीन नामों में शामिल हैं डाबर के निदेशक प्रदीप बर्मन, गोवा की खनन व्यापारी राधा एस टिमलु और राजकोट के व्यापारी पंकज लोढिया. आइए जानें कौन हैं ये लोग जिनके नाम विदेशों में जमा हैं करोड़ों रुपये-
प्रदीप बर्मन : प्रदीप बर्मन वर्तमान में डाबर इंडिया लिमिटेड के एक्सक्यूटिव डायरेक्टर हैं. उन्होंने संदेश नाम की एक संस्था की भी स्थापना की है जो ग्रामीण महिलाओं की शिक्षा और सामाजिक आर्थिक गतिविधियों पर काम करती है. बर्मन ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है और अमेरिका से 1965 में एमआईटी की डिग्री ली है.
उन्होंने कई ऐसी संस्थाओं के लिए काम किया है, जो लाभ नहीं कमाती हैं. बर्मन को पढ़ाई, पर्यावरण और संगीत से लगाव है. अपने कैरियर में कई राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय कंपनियों के लिए काम किया है. दुबई में अलखजा पीमेक्स के डायरेक्टर थे और वर्ष 1999 से 2001 तक उन्होंने अपनी सेवा दी थी. इसके अलावा वे डाबर कंपनी में भी विभिन्न विभागों में काम कर चुके हैं. वे 1995 से 1998 तक डाबर इंडिया लिमिटेड के डायरेक्टर रहे हैं.
राधा एसटिमलु: गोवा की खनन व्यापारी राधा एसटिमलुके शीर्षखननकारोबारियों में शामिल हैं. वर्ष 2009-10 में उन्होंने 20 करोड़ रुपये टैक्स का भुगतान किया था. राधाटिमलुका विवादों से पुराना नाता है. उनपर अवैध खनन का आरोप लगता रहा है.
पंकज चमनलाल लोढिया : राजकोट के मशहूर बुलियन (शेयर कारोबारी) पंकज लोढिया का नाम भी काला धन मामले में सामने आया है.ऐसी जानकारी भी मिली है कि वे राजकोट में श्रीजी ऑरनॉमेंट के संचालक भी हैं.