कोलकाता. खागड़ागढ़ विस्फोट से पश्चिम बंगाल में आतंकियों के नेटवर्क का खुलासा होने के बाद केंद्र सरकार ने मामले को गंभीरता से लिया है. नरेंद्र मोदी सरकार ने एनआइए के महानिदेशक शरद कुमार के दौरे के बाद अब खगड़ागढ़ विस्फोट कांड की जांच के लिए सोमवार को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल को पश्चिम बगाल के दौरे पर भेजने का निर्णय लिया है. उनके साथ राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) के महानिदेशक जयंत नारायण चौधरी व आइबी के प्रमुख आसिफ इब्राहिम भी रहेंगे.
वे बर्दवान के खागड़ागढ़ विस्फोट स्थल का दौरा करेंगे. उनके साथ विस्फोट की जांच कर रही एनआइए के वरिष्ठ अधिकारी, खुफिया एजेंसी रॉ तथा आइबी के वरिष्ठ अधिकारी भी रहेंगे. डोभाल सबसे पहले राज्य सचिवालय नवान्न भवन में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात करेंगे. प्राप्त जानकारी के अनुसार, प्रमुख सुरक्षा सलाहकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संदेश लेकर आ रहे हैं. वह मुख्यमंत्री से जांच में पूरा सहयोग करने की अपील करेंगे, ताकि सीमावर्ती इलाके में अल-कायदा के ठिकानों को नष्ट किया जा सके.
खागड़ागढ़ विस्फोट कांड में राज्य सरकार के विरोध के मद्देनजर डाभोल सुश्री बनर्जी को पूरी स्थिति की संवेदनशीलता से अवगत करायेंगे. डाभोल बर्दवान के साथ-साथ मुर्शिदाबाद के आतंकी ठिकानों का भी दौरा कर सकते हैं जहां जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश (जेएमबी) ने अपना नेटवर्क बनाया था. गौरतलब है कि एनआइए प्रमख शरद कुमार के दौरे के दौरान खुलासा हुआ था कि पश्चिम बंगाल में 180 बांग्लादेशी जेएमबी के साथ मिल कर काम कर रहे हैं.
अल-कायदा के साथ मिल कर बांग्लादेश और भारत में हमले की योजना बना रहे थे. रिपोर्ट के अनुसार बांग्लादेशी नागरिक अनीसुर व मुफज्जल हुसैन को इस आतंकी योजना के पीछे मास्टरमाइंड माना गया है. डाभोल गिरफ्तार दो आतंकी महिलाओं से प्राप्त जानकारी भी लेंगे. उन महिलाओं ने पश्चिम बंगाल में आतंकी नेटवर्क की बात स्वीकार की थी.