लंदन : तेल की कालाबाजारी करके दुनिया का सबसे धनी आतंकी संगठन आइएसआइएस अब बच्चों को युद्ध की ट्रेनिंग दे रहा है. आइएसआइएस ऐसे कैंप चला रहा है जहां बच्चों को हथियार चलाने के साथ हत्या करने की ट्रेनिंग दे रहा है.
उल्लेखनी है कि आइएसआइएस के द्वारा कई लोगों के गर्दन काटे जाने के वीडियो से दुनिया सकते में है. अमेरिका सहित कई देशों के लोगों का सिर अब तक आइएसआइएस ने काटा है इतना ही नहीं इसका वीडियो भी उन्होंने जारी किया जिसकी पूरी दुनिया ने निंदा की.
आइएस नियंत्रणवाले इराक और सीरिया में रहनेवाले बच्चों के लिए पढ़ाई का मतलब दुनिया से बिल्कुल अलग है. आंतकी संगठन का मीडिया विंग लगातार सोशल नेटवर्किग साइट्स और यूटय़ूब पर ऐसे फोटो और वीडियो अपलोड कर रहा है, जिसमें बच्चों को हथियार चलाते हुए दिखाया जा रहा है.
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आतंकी संगठन के स्कूल ऑफ जिहाद में दस साल से भी कम उम्र के बच्चों को आतंकी गतिविधियों की ट्रेनिंग दी जा रही है. हालांकि, संयुक्त राष्ट्र के मानव अधिकार आयोग ने 15 साल से कम उम्र के बच्चों को सेना या युद्ध गतिविधियों में शामिल करने को वार क्राईम करार दिया है.
रिपोर्ट्स में यह भी कहा गया है कि बच्चों को हथियार चलाने के साथ धार्मिक ज्ञान भी दिये जा रहे हैं. इन बच्चों को ट्रेनिंग के बाद सैन्य अभियानों लिए तैनात किया जाता है. साथ ही इन्हें आत्मघाती हमलों की भी ट्रेनिंग दी जाती है.