मेलबर्न : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले माह ऑस्ट्रेलिया की संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करेंगे. मोदी पहले भारतीय प्रधानमंत्री होंगे जो यहां संघीय संसद की विशेष संयुक्त बैठक में ऑस्ट्रेलिया की संसद के सदस्यों और नेताओं को संबोधित करेंगे. वह अगले माह ब्रिस्बेन में होने जा रहे जी 20 नेताओं के शिखर सम्मेलन में शामिल होंगे. इसके बाद वह संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करेंगे.
प्रधानमंत्री के तौर पर मोदी की पहली ऑस्ट्रेलिया यात्र को लेकर जहां कई सांसदों ने खुशी जाहिर की है वहीं यह अटकलें भी लगाई जा रही हैं कि क्या वह अपना ऐतिहासिक संबोधन हिन्दी में देंगे जैसा कि उन्होंने पहले दुनिया के अलग अलग हिस्सों में किया. तस्मानिया की लेबर सीनेटर लीजा सिंह ने कहा कि मोदी के हिन्दी में संबोधन का मतलब होगा कि वह भारत का सम्मान, संस्कृति और क्षमताओं को साथ ले कर ऑस्ट्रेलिया आ रहे हैं.
42 वर्षीय लीजा ने कहा ‘‘मेरे विचार से इससे पता चलता है कि वह भारत का सम्मान, संस्कृति और क्षमताओं को साथ ले कर ऑस्ट्रेलिया आ रहे हैं तथा उनकी इस यात्र का हमारे देश में होना मेरी राय में महत्वपूर्ण है.’’उन्होंने कहा ‘‘हमारी संसद को संबोधित करना बहुत ही ज्यादा गर्व की बात है. मेरे लिये यह बात कोई मायने नहीं रखती कि वह हमारी संसद को कौन सी भाषा में संबोधित करेंगे.’’