नयी दिल्ली : आय से अधिक संपत्ति के मामले में 21 दिन जेल में रहने के बाद बाहर आईं तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री और अन्नाद्रमुक की प्रमुख जयललिता ने अपने पहले सार्वजनिक बयान में कहा, ‘‘मेरा सार्वजनिक जीवन आग के एक दरिया में तैरने जैसा है.’’
उनके जेल से बाहर आने के बाद पूरे राज्य में जश्न का माहौल है. सुप्रीम कोर्ट के जमानत दिए जाने के बाद बेंगलूर की एक स्पेशल कोर्ट ने शनिवार को उनकी रिहाई के आदेश दिए.
रिहाई का आदेश स्पेशल जज जॉन माइकल डी कुन्हा ने दिया. इसके लिए जयललिता को दो करोड़ का बांड भरवाया गया. सेंट्रल जेल के बाहर उनका जोरदार स्वागत किया गया. एआइडीएमके प्रमुख को लेने खुद तमिलनाडु के सीएम ओ पनीरसेल्वम गेट पर मौजूद थे.
गौरतलब है कि जयललिता को उच्चतम न्यायालय से शुक्रवार जमानत दी गई थी. बेंगलूर की निचली अदालत द्वारा आय से अधिक संपत्ति मामले में उनके चार वर्ष कारावास की सजा को निलंबित कर दिया गया जिसे हाईकोर्ट ने भी बरकरार रखा था जिसके बाद इस फैसले को जयललिता ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी.