25.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

नेक नजर नहीं आते चीन के इरादे

चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की हालिया भारत यात्रा ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि आपसी संबंधों को लेकर दोनों देशों के पुराने रु ख में कोई परिवर्तन नहीं आनेवाला. हम हिंदी-चीनी भाई-भाई के नारे लगाते रहे, पंचशील के सिद्धांतों की दुहाई देते रहे, पर 1962 में चीन ने हम पर हमला […]

चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की हालिया भारत यात्रा ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि आपसी संबंधों को लेकर दोनों देशों के पुराने रु ख में कोई परिवर्तन नहीं आनेवाला. हम हिंदी-चीनी भाई-भाई के नारे लगाते रहे, पंचशील के सिद्धांतों की दुहाई देते रहे, पर 1962 में चीन ने हम पर हमला बोल दिया.
भारत एक बार फिर चीन द्वारा फेंके गये दोस्ती के मायाजाल में फंसता नजर आ रहा है. चीन की सरकार दोस्ती का नाटक कितना भी करे, पर वह ‘मुंह में राम, बगल में छुरी’ के सिद्धांत पर ही चल रही है. चीन के इरादे सही नहीं हैं. यदि उसके मंसूबे नेक होते, तो शी के भारत दौरे पर होते हुए भी चीन की सेना भारतीय सीमा में न घुसती.
अब ताजा खबर यह है कि शी ने सेना में अपनी पसंद के लोगों को यह कहते हुए बड़े पदों पर बैठाया है कि वे क्षेत्रीय युद्ध लड़ने और जीतने की तैयारी रखें. आखिर चीन को क्षेत्रीय युद्ध किससे लड़ना है?
युधिष्ठिर लाल, ई-मेल से

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें