23.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

विशेषज्ञ की राय:कश्मीर को फिर से सुर्खियों में लाना चाहता है पाकिस्तान

जम्मू-कश्मीर में चुनाव से पहले लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादियों को भारत में भेजने के लिए ही पाकिस्तान लगातार संघर्ष विराम उल्लंघन कर रहा है. अंतरराष्ट्रीय मंच पर पाकिस्तान खुद को अलग-थलग महसूस कर रहा है. यह कहना है जानी-मानी रणनीतिकार और अंतरराष्ट्रीय मामलों की विशेषज्ञ एवं जॉर्जटाउन विश्वविद्यालय में शांति एवं सुरक्षा अध्ययन की सहायक प्रोफेसर […]

जम्मू-कश्मीर में चुनाव से पहले लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादियों को भारत में भेजने के लिए ही पाकिस्तान लगातार संघर्ष विराम उल्लंघन कर रहा है. अंतरराष्ट्रीय मंच पर पाकिस्तान खुद को अलग-थलग महसूस कर रहा है. यह कहना है जानी-मानी रणनीतिकार और अंतरराष्ट्रीय मामलों की विशेषज्ञ एवं जॉर्जटाउन विश्वविद्यालय में शांति एवं सुरक्षा अध्ययन की सहायक प्रोफेसर डॉ सी क्रिस्टीन फेयर का.

वह कहती हैं, ‘मेरा मानना है, इसका संबंध घुसपैठ से है, ताकि लश्कर एवं अन्य को भारत में गतिविधियां चलाने का मौका देकर पाकिस्तान की घरेलू आतंकवाद की स्थिति से तनाव कम किया जा सके.’ डॉ फेयर की पाकिस्तानी सेना पर पुस्तक ‘फाइटिंग टू इंड : द पाकिस्तान आर्मीज वे ऑफ वार’ की सैन्य हलकों में व्यापक चर्चा होती है. उनका कहना है कि इसका उद्देश्य मोदी को परखना और निश्चित तौर पर कश्मीर को सुर्खियों में लाने का प्रयास करना है. यह बहुत खतरनाक रूप लेनेवाला है.

पाक के आरोप
-भारत ने एलओसी के करीब हालात खराब किये हैं.
-लगातार गोलाबारी से हमारे 12 नागरिक मारे गये, 52 घायल हुए, नौ सैन्यकर्मी भी जख्मी हुए.
-जून से अगस्त, 2014 के बीच सीज फायर उल्लंघन की 174 घटनाएं हुईं.
भारत का कड़ा रुख कायम
पाक के आरोप पर कि भारत ने संघर्षविराम उल्लंघन की शुरुआत की, नयी दिल्ली ने कहा कि आरोप उनकी तरफ से लगाया जा रहा है, जिन्होंने एक दशक तक अल कायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन को पनाह दी, जबकि पश्चिम के अपने सहयोगियों से कहा कि आतंक के खिलाफ वैश्विक लड़ाई का वे समर्थन करते हैं.
यहां हुई गोलीबारी
अरनिया के अतिरिक्त कुकू-दा कोठे, महाशा कोठे, जाबोवाल, त्रेवा, चिंगिया, अल्ला, सी, चिनाज और देवीगढ़ गांव
यहां शांति कायम
सांबा, रामगढ़, हीरानगर और कठुआ में शांति रही
यहां हुई भारी गोलीबारी
पुंछ में एलओसी से लगे शाहपुर, किरनी, बनवंत, मंडार, कालसाम, डोडा के रिहायशी इलाकों में

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें