ओडिशा: ओडिशा में राज्य सरकार ने आज चक्रवात की दृष्टि से संवेदनशील इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना शुरू कर दिया. तूफान की जानकारी देते हुए कैबिनेट सेक्रेटरी अजीत सेठ ने बताया कि NDRF की 24 टीम को आंध्र प्रदेश में जबकि 18 टीम को ओडिशा में तैनात किया गया है.आंध्र प्रदेश और ओडिशा के लिए हेल्पलाईन (1948 & 1949 ) जारी कर दिया गया है.
इसी बीच इन मार्गों की दो उडानों एव 39 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है.विशेष राहत आयुक्त पी के महापात्र ने बताया कि आठ जिलों कोरापुट, मलकानगिरी, नवरंगपुर, रायगढा, गजपति, गंजाम, कालाहांडी एवं कंधमाल के जिलाधीश लोगों को संवेदनशील स्थानों से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रहे हैं. विशेष राहत आयुक्त कार्यालय के अनुसार कुछ इलाकों विशेषकर दक्षिणी क्षेत्रों में बारिश की खबर है लेकिन अभी तक किसी बडे नुकसान की सूचना नहीं मिली है.
दिल्ली में भारतीय मौसम विभाग के बुलेटिन में कहा गया कि बेहद भीषण चक्रवात में तब्दील हो चुके हुदहुद के विशाखापट्टनम एवं गोपालपुर के समीप पहुंचने के साथ ही अगले 48 घंटों में आंध्र प्रदेश एवं ओडिशा में भारी से बहुत भारी वर्षा होने की आशंका है.
विभाग ने कहा कि यह चक्रवात पिछले छह घंटे में पश्चिम से उत्तर पश्चिम की ओर बढ रहा है और इसका केंद्र विशाखपट्टनम से 260 किलोमीटर दक्षिण और ओडिशा के गोपालपुर से 350 दक्षिण.दक्षिणपूर्व है.
इसमें कहा गया कि यह चक्रवात उत्तर पश्चिम की ओर बढेगा और 12 अक्तूबर को अपराह्न में विशाखपट्टनम के पास आंध्र प्रदेश के तट से गुजरेगा.
विभाग ने कहा कि इस चक्रवात के कारण आंध्र प्रदेश के पूर्वी एवं पश्चिमी गोदावरी जिले, विशापट्टनम, विजयनगरम एवं श्रीकाकुलम जिलों तथा ओडिशा के कोरापुट, मलकानगिरी, नवरंगपुर, रायगढा, गजपति, गंजाम, कालाहांडी, कंधमाल एवं फूलबनी में अगले 48 घंटों में भारी से बहुत भारी वर्षा हो सकती है.
*बचाव नौका डूबने से लड़की डूबी, एक लडका लापता
केंद्रपाडा जिले के मगराकांडा गांव में हुडहुड तूफान से बचाव कार्य में लगी नौका को के डूब जाने से एक नौ वर्षीय बालिका डूब गयी जबकि एक नाबालिग बालक लापता बताया जाता है.
केंद्रपाडा के कलेक्टर प्रमोद कुमार दास ने बताया कि दुर्घटना आज सुबह करीब 11 बजे हुई.
हुदहुद चक्रवात के समुद्र किनारे गांवों से टकराने के खतरे को देखकर लोगों को सरकारी एजेंसियां सुरक्षित स्थानों में पहुंचाने में लगी हैं. मृतका की पहचान पूजा के रुप में हुई है जबकि 11 वर्षीय हेमंत मलिक लापता है. नौका में 25 व्यक्ति सवार थे जिनमें अधिकतर महिलायें और बच्चे थे.
* आंध्र प्रदेश में 1.11 लाख लोग सुरक्षित स्थानों परपहुंचाए गए
हुडहुड चक्रवात आंध्र प्रदेश के तटवर्ती क्षेत्र के समीप पहुंच रहा है और उसके कल दोपहर तक विशाखापट्टनम पहुंचने की उम्मीद है. राज्य के पांच तटवर्ती जिलों से करीब 1.11 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है.
अधिकारियों ने बताया कि सरकार ने 5,14,725 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का प्रबंध किया है. सेना एवं नौसेना ने अपने कर्मियों को राहत एवं बचाव अभियानों के लिए तैयार रहने को कहा है.
राज्य आपदा प्रबंधन आयुक्त ए आर सुकुमार को प्राप्त रिपोटरें के अनुसार श्रीकाकुलम जिले में 35 हजार लोगों, विजयनगरम में 6000 लोगों, विशाखापट्टनम में 15 हजार लोगों, पूर्वी गोदावरी जिले में 50 हजार लोगों और पश्चिमी गोदावरी जिल में पांच हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा गया है.
मुख्यमंत्री एन चन्द्रबाबू नायडू ने शीर्ष अधिकारियों के साथ स्थिति की समीक्षा की है तथा इसरो से हुदहुद के मार्ग की उपग्रह तस्वीरें भेजने का अनुरोध किया है.
पांच जिलों में 64 मंडलों के कुल 436 गांवों के समक्ष चक्रवात का खतरा है. सरकार ने इन जिलों में बचाये गये लोगों के लिए 370 राहत शिविरों की पहचान की है. आपदा प्रबंधन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जिलों में एनडीआरएफ के 13 दलों को तैनात किया गया है जबकि वायुसेना येलाहांका वायु ठिकाने से तीन हेलीकाप्टर विशाखापट्नम भेज रहा है.
सेनाकर्मियों को विशाखापट्टनम में तैयार रखा गया है जबकि नौसेना के पूर्वी कमान ने बचाव उपकरणों और राहत सामग्री से लदे चार पोतों को तैयार कर लिया है. नौसेना के एयर स्टेशन आईएनएस डेगा पर छह विमान तैयार तैयार हैं जिन्हें राहत एवं बचाव कार्यों तथा राहत सामग्री गिराने के काम में लगाया जा सकता है.