नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 16 अक्तूबर को पोर्टेबल पीएफ खाता सहित कामगारों के लिए विभिन्न कल्याणकारी योजनाएं और एक एकीकृत वेब पोर्टल शुरु करेंगे जिसमें श्रम कानून का अनुपालन करने के मामले में फर्मों की पडताल की जा सकेगी.
श्रम मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘‘प्रधानमंत्री 16 अक्तूबर को उस समारोह की अध्यक्षता करेंगे जिसमें कामगारों के लिए विभिन्न योजनाओं की शुरुआत की जायेगी. इसमें ईपीएफओ (कर्मचारी भविष्य निधि संगठन) ग्राहकों के लिए सार्वभौम खाता संख्या (यूएएन) और फर्मों के केंद्रीयकृत पडताल के लिए एक वेब पोर्टल शामिल है.’’ इनके अलावा श्रम मंत्रालय द्वारा औद्योगिक प्रशिक्षण को प्रोत्साहन देने के प्रयासों के तहत इस तरह के संस्थानों से उत्तीर्ण और विभिन्न कंपनियों में शीर्ष पद पर आसीन कुछ व्यक्तियों को सम्मानित किया जायेगा.
अधिकारी ने बताया कि औद्योगिक औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान की ब्रांडिंग नहीं हुई है, इसलिए मंत्रलय ने इन व्यक्तियों की पहचान अपने प्रशिक्षण संस्थानों के ब्रांड एम्बेसडर के तौर पर की है. इससे इन संस्थानों की सकारात्मक ब्रांडिंग होगी ताकि लोगों इनमें अपना पंजीकरण करवा सकें और इन्हें अपने पहले विकल्प की तौर पर चुनें. फिलहाल इंजीनियर बनने के आकांक्षी आईआईटी, एनआईटी और विभिन्न निजी इंजीनियरिंग कालेजों को प्राथमिकता देते हैं और आईटीआई को अंतिम विकल्प रखते हैं.
सार्वभौम खाता संख्या के पोर्टेबल होने से सदस्यों के पूरे कामकाजी पेशे में बरकरार रखने में मदद मिलेगी और इसका भारत में कहीं भी प्रयोग किया जा सकेगा। संगठित क्षेत्र में नौकरी बदलने की स्थिति में कामगारों को पीएफ खाते को स्थानांतरित करने के लिए आवेदन करने की जरुरत नहीं पडेगी.