देवघर : एनआरएचएम अनुबंध कर्मचारी संघ के तत्वावधान में राज्यव्यापी आंदोलन मंगलवार सात अक्तूबर से शुरू हो गयी. ये अनुबंधकर्मी बहुद्देशीय स्वास्थ्यकर्मियों की सेवा पुन: बहाल करने सहित अनुबंधकर्मियों की सेवा नियमितीकरण की मुख्य मांगों को लेकर हड़ताल पर गये हैं. पहले ही दिन से संतालपरगना के सभी छह जिले देवघर, दुमका, गोड्डा, पाकुड़, दुमका और साहिबगंज में स्वास्थ्य व्यवस्था पर प्रभाव पड़ने लगा है.
* स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित, परेशान रहे मरीज
चार सूत्री मांगों के समर्थन में देवघर जिले के 300 से अधिक अनुबंधित एनआरएचएम कर्मचारी (193 एएनएम, 22 एलटी, डीपीएम, 70 एमपीडब्ल्यू) मंगलवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गये. इसके कारण जिले में स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हुई है. हड़ताल के कारण जहां अस्पतालों में मरीजों को स्लाइन लगाने, आवश्यक इंजेक्शन लगाने व बीपी जांच सहित गर्भवती माताओं को प्रसव कराने को लेकर समस्या उत्पन्न हुई है. वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में टीकाकरण अभियान को लेकर संशय के बादल छा गये हैं.
हड़ताल लंबा खींचा तो बच्चों को निर्धारित समय पर पड़ने वाले टीकों के समय अंतराल में समस्या उत्पन्न होगी और पूरा चक्र प्रभावित होगा. संघ की ओर से उपाध्यक्ष रमाकांत मेहरा ने सिविल सर्जन डॉ दिवाकर कामत को चार सूत्री मांगों से संबंधित ज्ञापन सौंपा. कर्मचारी संघ ने पत्र जारी कर नियमितिकरण की प्रक्रिया शुरू करने की मांग की है. वरना सभी एनआरएचएम अनुबंध कर्मी अनवरत हड़ताल पर रहेंगे.
* टीकाकरण व प्रसव कार्य होगा प्रभावित
हड़ताल के कारण गर्भवती महिलाओं के प्रसव कराने और टीकाकरण का समय प्रभावित होने से जिले में बीसीजी, डीपीटी, मिजिल्स(चेचक), ओपीवी(पोलियो), हैपेटाइटिस टीका देने में समस्या होगी.
* धरना में थे शामिल
धरना पर बैठने वालों में जिला एनआरएचएम कर्मचारी संघ के उपाध्यक्ष के अलावा राकेश कुमार, दिवाकर यादव, विरेंद्र कुमार सुमन, सावित्री कुमारी, रीना कुमारी, एमावती मंडल, बबीता कुमारी, तनवीर आलम, अवधेश यादव, बबलू राउत, सजल तिवारी, शंभू टुडू, स्मिता पाटिल, पूनम कुमारी, पिंकी कुमारी, रोहित कुमार, मुकेश सिंह, एंबुलेंस चालक अरविंद कुमार, हरि सिंह सहित दर्जनों कर्मी शामिल थे.
* कहते हैं सिविल सर्जन
एनआरएचएम कर्मचारी संघ की ओर से ज्ञापन मिला है. इनकी कई मांगे जायज हैं. एमपीडब्ल्यू को नियमित किया जाना चाहिए. सरकार को इस दिशा में ध्यान देने की आवश्यकता है. मैं अपने स्तर से इस ज्ञापन को विभाग के वरीय पदाधिकारियों को प्रेषित कर दूंगा.
– डॉ दिवाकर कामत, सीएस