बॉलीवुड के जानेमाने अभिनेता शाहिद कपूर इनदिनों अपनी फिल्म ‘हैदर’ को लेकर खासा चर्चे में है. फिल्म में उनके लुक और उनकी एक्टिंग को दर्शक खासा पसंद कर रहें है. फिल्म में उन्होंने अभी तक के उनके सफर में सबसे अलग किस्म का किरदार निभाया है. वर्ष 2006 में इनकी फिलम ‘विवाह’ को दर्शकों ने खासा पसंद किया था. ‘जब वी मेट’ के भोलभाले आदित्य तो आपको याद ही होंगे.
फिल्म ‘हैदर’ में शाहिद अपने पिता के कातिल को ढुंढने की कोशिश करता है. वो अपने कातिल चाचा से अपने पिता की मौत का बदला लेता है. वहीं फिल्म ‘जब वी मेट’ में शाहिद ने एक भोलेभाले लडके आदित्य की भूमिका निभाई थी. फिल्म में उनके आपोजिट करीना कपूर थी.
फिल्म ‘जब वी मेट’ में वे पहले अपने पिता की दूसरी शादी से नाखुश होकर ऑफिस और घर को छोडकर चला जाता है तब उसकी मुलाकात होती है करीना कपूर से. वो बहुत बोलने वाली और चुलबुली लडकी है बाद में शाहिद भी वैसे ही बन जाते है. फिल्म विवाह में भी शाहिद ने एक साधारण से लडके का किरदार निभाया था.
फिल्म ‘हैदर’ एक दुख की कहानी कहती है. दुख जो एक औरत की है जो अपने पति की लाश का इंतजार कर रही है ताकि वह पूरी विधवा कहला सके क्योंकि उसके पति का जिंदा होना नामुमकिन है. तमाम वजहों और लोगों के बावजूद, ये ‘हैदर’ के आत्मराग को सुन समझा जा सकता है. हैदर जो अपने पिता को खोज रहा है साथ ही अपनी मां को चाचा की बुरी नजर से बचाने की कोशिश कर रहा है.
इस फिल्म में शाहिद ने गुस्से को, प्यार को, पिता को पाने की ललक को बहुत ही बेहतरीन ढंग से जिया है. उनके हावभाव से दर्शन उनकी बातों को समझ रहें है. मां की ममतामयी प्यार को शाहिद ने ऐसे निभाया है कि दर्शकों के आंखों में आसूं की बूंदे जरूर ढुलक पडे.
दोनों फिल्मों के शाहिद को देखें तो हैदर में उनका बेहद दमदार रोल है. एक पागल वाली एक्टिंग में शाहिद को वो डॉयलाग जिसमें गले में रस्सी लेकर वो कहते है ‘हैलो हैलो आवाज आ रही है….’ इस सीन में शाहिद ने बिना रुके एक लंबी चौडी बात कही है. ये हैरान करनेवाली है.