मुजफ्फरपुर: स्कूल संचालक सह तेल व्यवसायी सत्य नारायण प्रसाद के अपहरण की योजना शातिर पवन भगत ने 14 सितंबर को ही बनायी थी. लेकिन उस दिन वर्षा हो जाने से उसके प्लान पर पानी फिर गया था. इस बात का खुलासा जेल भेजे गये चारों अपहर्ता के स्वीकारोक्ति बयान से हुआ है.
14 सितंबर की योजना विफल हो जाने के बाद 21 सितंबर को सत्य नारायण व उसके चालक मुकेश का अपहरण किया गया था. बताया जाता है कि पवन भगत के इस पूरे प्लानिंग को उसके भाई चंदन ने अंजाम दिया था. घटना से कुछ दिन पूर्व पवन भगत को ब्रrापुरा इलाके के आसपास देखा भी गया है. जेल भेजे गये संतोष ने पुलिस को बताया था कि 2003 से ही वह पवन गिरोह से जुड़ा है. पहली बार बाइक चोरी में जेल जाने के बाद वह जमानत पर बाहर आया था. 2008 में उसने पवन भगत के साथ दाउदपुर कोठी में चंदा रानी हत्याकांड को अंजाम दिया था. इस कांड में भी वह जेल जा चुका है. उसने पुलिस को बताया कि घटना के दो-तीन सप्ताह पूर्व ही पवन भगत उसके दुकान पर आया था. उसने सत्य नारायण प्रसाद के अपहरण की बात कही थी. 21 सितंबर वह भी ऑटो से भगवानपुर चौक गया था. शाम साढ़े चार बजे के आसपास वह पहुंचा. वहां पहले से ही चंदन, टिंकू व सुनील मौजूद था. यादव नगर के पास एक बोलेरो खड़ी थी, जिस पर मिथिलेश उर्फ नेता व अन्य थे.
दूसरे गिरोह के हाथों में होने की आशंका
स्कूल संचालक के अपहरण को 15 दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस अब तक सत्य नारायण प्रसाद को बरामद नहीं कर पायी है. अब यह भी माना जा रहा है कि कहीं पवन भगत ने स्कूल संचालक को दूसरे गिरोह के हवाले न कर दिया गया हो. उसके हर ठिकाने पर छापेमारी की गयी है. वही पुलिस इस मामले को दीपक सिंह गिरोह से भी जोड़ कर देख रही है. पुलिस का कहना है कि उसके संलिप्तता के बिंदु पर भी जांच की जा रही है. इधर, पुलिस हाजीपुर के चंदन सोनार पर भी शक जाहिर कर रही है. पुलिस का कहना है कि दूसरे जिले से संपर्क कर भी सत्य नारायण प्रसाद के बरामदगी का प्रयास किया जा रहा है.
दियारा में 15 किमी पैदल खाक छानी
शुक्रवार की रात एसएसपी जितेंद्र राणा खुद एसएसबी व एसटीएफ के जवानों के साथ पैदल ही दियरा की खाक छानते रहे. पुलिस को सूचना थी कि सत्य नारायण प्रसाद व चालक मुकेश को पारू इलाके के नक्सल प्रभावित क्षेत्र चक्की सुहागपुर के दियरा में छिपा कर रखा गया है. सूचना मिलते ही देर शाम से ही सरैया थाने पर पुलिस टीम को एकत्रित होने का आदेश दिया गया. एएसपी अभियान राणा ब्रजेश, एसटीएफ , विशेष पुलिस टीम व एसएसबी की टीम देर रात पैदल ही पूरे नक्सल प्रभावित क्षेत्र में जगह-जगह छापेमारी की. एसएसपी ने बताया कि दियरा इलाके की घेरा बंदी कर छापेमारी की गयी थी. पानापुर के भोरहां इलाके में भी सूचना पर पुलिस ने छापेमारी की है.
बोलेरो मालिक भी अपहरण में शामिल
छानबीन में पता चला है कि वैशाली जिला के भगवानपुर थाना क्षेत्र के चंद्रहिया निवासी अरविंद राय का बोलेरो अपहरण कांड में इस्तेमाल किया गया है. भगवानपुर से बोलेरो जब्त होने के बाद पुलिस ने पूरे मामले की छानबीन की. एसएसपी जितेंद्र राणा ने बताया कि बोलेरो मालिक अरविंद राय फरार है. अब तक की जांच में उसके भी शामिल होने की बात सामने आयी है. उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है. हालांकि पुलिस ने उसके भाई व एक अन्य सहयोगी को हिरासत में लिया है.