प्रेम
मुजफ्फरपुर : जल संसाधन विभाग भले तटबंध की मरम्मत बेहतर तरीके से नहीं कराया हो, लेकिन संवेदकों पर मेहरबानी दिखायी है. वो काम कराये जिनकी जरू रत नहीं थी. एग्रीमेंट के बाद भी अतिरिक्त एग्रीमेंट कर काम कराये, भुगतान किया.
एक जगह पर कई बार काम कराया. वह भी कुछ ही दिनों में बरबाद हो गया. ऐसे काम करके विभाग के अधीक्षण अभियंता व मुख्य अभियंता ने सरकार को करीब पचास लाख रुपये का चूना लगा दिया. यह खुलासा 2012 में हुए ऑडिट रिपोर्ट से हुआ है.