पटना: बाढ़ जेल से पीएमसीएच में इलाज कराने आये कुख्यात अपराधी अरविंद कुमार भगत (बाढ़) के भागने के मामले में पीरबहोर थाने में दो हवलदार व दो सिपाही पर प्राथमिकी दर्ज की गयी है.
इसके पूर्व दोनों हवलदार उदय प्रताप व सच्चिदानंद तथा सिपाही राकेश कुमार मिश्र व प्रमोद कुमार मिश्र को निलंबित कर दिया गया था. घटना के प्रकाश में आने के बाद डीएसपी मुख्यालय प्रथम बीके दास ने एसएसपी मनु महाराज के निर्देश पर जांच की और सभी पुलिसकर्मियों की लापरवाही सामने आ गयी.
प्राथमिकी दर्ज होने के बाद अब उन पुलिसकर्मियों का जेल जाना भी तय हो गया है. सूत्रों का कहना है कि अरविंद एक बाहुबली विधायक का करीबी भी है. जांच रिपोर्ट में ये बातें सामने आयी हैं कि पुलिसकर्मी कुख्यात अपराधी अरविंद कुमार भगत को कभी भी हथकड़ी तक लगा कर नहीं रखते थे और पुलिसकर्मी उसके साथ शराब भी पीते थे. उसके भागने के बाद भी उन पुलिसकर्मियों ने अपने आलाधिकारी को इसकी जानकारी नहीं दी. वे इस उम्मीद में थे कि अरविंद कुमार भगत के लौटने के बाद मामले को मैनेज कर लेंगे. जब यह मामला उजागर हुआ, तो उन पुलिसकर्मियों नेजानकारी दी. एसएसपी मनु महाराज ने बताया कि दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई हो रही है.
नशे में थे जवान, तो पैदल ही निकल गया
बाढ़ जेल से 22 सितंबर सोमवार को अरविंद को पीएमसीएच लाया गया था, जहां उसे हथुआ वार्ड में रखा गया था. वह 23 सितंबर मंगलवार की रात को ही भाग गया था. ग्रामीणों ने उसे उस रात गांव में देखा था. डीएसपी बीके दास ने मरीजों व लोगों से पूछताछ की, तो जानकारी मिली कि वह बुधवार की सुबह पांच बजे भागा था. लोगों ने बताया कि शराब के दौर के बाद जब सभी पुलिसकर्मी नशे में बेसुध हो गये, तो अरविंद पैदल ही वहां से फरार हो गया.
पुलिस हिरासत से अपराधी का भाई भी भागा!
सूत्रों का कहना है कि इस घटना के प्रकाश में आने के बाद पुलिस ने पूछताछ के लिए उसके भाई अजीत को हिरासत में लिया था. लेकिन वह भी पुलिस को चकमा देकर निकल भागने में सफल रहा. हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि किसी ने नहीं की.
एक तो बीमार, ऊपर से शराब
अनिल शर्मा के पीएमसीएच में इलाज के दौरान ऐयाशी करने के मामले में चर्चा में आये हाजीपुर जेल प्रशासन के बाद अब बाढ़ जेल प्रशासन पर भी अंगुली उठने लगी है. अरविंद को महज लीवर इन्फेक्शन के मामले में पीएमसीएच रेफर कर दिया गया. वह भी यहां शराब में डूब गया. इस संबंध में पूछे जाने पर जेल आइजी ने बताया कि इस बिंदु पर जांच करायी जायेगी और जो भी दोषी पाये जायेंगे, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी.