नयी दिल्ली : मंगल मिशन में भारतीय वैज्ञानिकों को मिली सफलता के बाद बधाइयों का तांता लगना शुरू हो गया है. राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से लेकर नासा तक, सभी ओर से इसरो के वैज्ञानिकों को बधाइयां मिल रही हैं.
राष्ट्रपति ने ट्वीट किया, मंगलयान की सफलता के लिए इसरो के दल को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं, देश को इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर गर्व है. भारत के लिए इसे एक ऐतिहासिक अवसर बताते हुए उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने कहा कि वे पूरे देश के साथ मिलकर वैज्ञानिकों को उनकी सफलता के लिए सलाम करते हैं.
अंसारी ने कहा, मुझे विश्वास है कि हमारे वैज्ञानिक अंतरिक्ष अन्वेषण के क्षेत्र में और अधिक ऊ ंचाइयांे को छूना और देश के लिए और अधिक उपलब्धियां हासिल करना जारी रखेंगे. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इसरो के वैज्ञानिकों की सराहना करने वाले संदेश में कहा कि यह उपलब्धि भावी पीढि़यों के लिए प्रेरणा का स्रोत होगी.
मंगल ग्रह पर पहले ही प्रयास में भारत को मिली सफलता से बेहद प्रसन्न प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज इसे भारत की शानदार जीत और ऐतिहासिक घटना करार दिया और कहा कि देश ने अज्ञात तक पहुंचने का साहस किया और असंभव को संभव कर दिखाया.
मार्स ओर्बिटर मिशन ( एमओएम ) की सफलता का ऐलान करते हुए अपने भाषण में मोदी ने कहा, आज एमओएम का मंगल से मिलन हो गया. आज मंगल को मॉम मिल गयी. जिस समय इस मिशन का नाम एमओएम रखा गया था , मुझे विश्वास हो गया था कि मॉम हमें निराश नहीं करेगा.
यहां इसरो के कमान सेंटर में अंतरिक्ष वैज्ञानिकों के साथ महत्वपूर्ण क्षणों के साक्षी बने प्रधानमंत्री मोदी ने आर्बिटर के लाल ग्रह की कक्षा में स्थापित होते ही भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के अध्यक्ष के राधाकृष्णन की पीठ थपथपाई. राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगल ग्रह की कक्षा में मंगल यान के प्रवेश पर भारतीय वैज्ञानिकों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं.
गहलोत ने जारी बयान में कहा कि आज का दिन भारतीय अंतरिक्ष इतिहास का स्वर्णिम दिन है. भारतीय वैज्ञानिकों को प्रथम प्रयास में ही मंगल ग्रह में प्रवेश की अद्वितीय सफलता मिली है. उन्होंने कहा कि इसरो वैज्ञानिकों की इस उपलब्धि से विश्व में भारत का गौरव बढा है जिसके लिए देशवासियों को उन पर नाज है.