गया:बिहार विधानसभा प्राक्कलन समिति की मुख्य समिति का अध्ययन दल-दो की तीन सदस्यीय टीम विकास संबंधी 21 बिंदुओं पर विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ शनिवार को सर्किट हाउस में समीक्षा बैठक की. समिति के संयोजक वीरेंद्र कुमार सिंह के नेतृत्व में सदस्य डॉ अनिल कुमार व रामायण मांझी ने एक-एक कर सभी विभाग के अधिकारियों से प्रगति रिपोर्ट ली. समीक्षा के दौरान समिति ने अधिकारियों से पूछा कि सरकार की किस योजना के लिए कितनी राशि आवंटित है. अब तक कितनी खर्च हो पायी है. खर्च करने में विलंब का कारण क्या है? टीम ने यह भी जानने की कोशिश की कि किस योजना की कितनी रकम लैप्स हुई और लौटना पड़ा. इसके मुख्य कारण क्या रहा ओर इसके लिए जिम्मेवार कौन है? जिला कृषि पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि कृषि मेले को जिला से अनुमंडल स्तर तक विस्तार किया जाये. पथ निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि अब 100 की आबादी वाले गांव-टोले को भी संपर्क सड़क से जोड़ा जाये. पूर्व में 1000 की आबादी वाले गांवों को जोड़ा जाना था.
कुछ गांव इस लाभ से वंचित रह गये हैं. समीक्षा के दौरान पाया गया कि गिट्टी के अभाव में सड़क निर्माण बाधित हुआ है. समिति ने आश्वस्त किया की पहाड़ों की लीज की प्रक्रिया चल रही है. गिट्टी की समस्या शीघ्र दूर हो जायेगी. समिति ने 2015 तक सभी गांव व टोले को हर हाल में बिजली से जोड़ने का निर्देश बिजली विभाग के अधिकारियों को दिया. जमीन की अभाव में सामुदायिक भवनों का निर्माण नहीं होने को गंभीरता से लेते हुए समिति ने क्षेत्रीय विधायकों को जमीन मुहैया कराने में मदद करने का निर्देश दिया. मोरहर नदी के पंचदेवता घाट पर अब तक पुल का निर्माण नहीं होने को भी समिति ने गंभीरता से लिया और शीघ्र पुल बनाने का निर्देश दिया.