लाइबेरिया की राष्ट्रपति एलेन जॉन्सन सिरलीफ़ ने देश में जारी इबोला संकट के दौरान ‘बिना कारण देश से बाहर रहने’ वाले दस सरकारी अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से बर्ख़ास्त कर दिया.
उन्होंने कहा कि अधिकारियों ने राष्ट्रीय आपदा की घड़ी में संवेदनहीनता और सरकार के प्रति असम्मान जताया है.
इन 10 अधिकारियों को एक महीने पहले सप्ताह भर के भीतर घर वापस लौटने को कहा गया था.
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दो हज़ार से ज़्यादा मौतें
इबोला से प्रभावित देशों में सिएरा लियोन, लाइबेरिया और गुएना शामिल हैं.
इसके संक्रमण के कारण अबतक 2,400 से ज़्यादा लोगों की मौत हो चुकी है.
इन दस अधिकारियों में दो कमिश्नर, छह सहायक मंत्री और क़ानून मंत्रालय के दो उप-मंत्री शामिल हैं.
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ओबामा से मदद की गुहार
राष्ट्रपति जॉन्सन ने अमरीका के राष्ट्रपति बराक ओबामा से इबोला संकट से निपटने के लिए तत्काल मदद की गुहार लगाई है.
इसके लिए उन्होंने नौ सितंबर को ओबामा को लिखे एक पत्र में कहा, "आपकी सीधी मदद के बग़ैर हम इबोला के खि़लाफ़ जारी यह जंग हार जाएंगे."
वहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चेतावनी दी है कि लाइबेरिया में इबोला के हज़ारों और मामले सामने आ सकते हैं.
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