मुंबईः महाराष्ट्र में भाजपा की सबसे बड़ी सहयोगी पार्टी शिवसेना भी अब उपचुनाव के परिणाम के बाद हमलावर हो गयी है. शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में भाजपा पर जमकर हमला बोला है. शिवसेना के संपादकीय पेज में भाजपा को अपने पैर जमीन पर ऱखने की नसीहत दी गयी है. इतना ही नहीं भाजपा पर हमला बोलते हुए शिवसेना ने यहा तक कह दिया है कि अपने पांव जमीन पर रखो हवा में मत उड़ो. शिवसेना अपने मुखपत्र सामना के जरिये भाजपा पर दबाव डालने की कोशिश में है जिससे उसे महाराष्ट्र में अधिक सीटों पर चुनाव लड़ने का मौका मिले.
शिवसेना ने उपचुनाव में भाजपा के खराब प्रदर्शन को महाराष्ट्र के लिए सबक करार दिया है. सामना के संपादकीय में लिखा गया है भाजपा ने उत्तर प्रदेश में बड़ी जीत हासिल की, लेकिन अब उपचुनाव में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पायी. इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए. यह एक सबक है. इस सबक को सीखना चाहिए और इसे सीखने वाले ही महाराष्ट्र चुनाव में अपना परचम लहरा पायेंगे. शिवसेना ने कहा कि अपने पैर जमीन पर रखो हवा में मत उड़ो. शिवसेना ने योगी आदित्यनाथ पर भी हमला बोला.
चुनाव में जिस तरह से लव जिहाद का मुद्दा उठाया गया, लेकिन उपचुनाव के परिणामों से दिखा कि इस मुद्दे का कोई असर नहीं हुआ. हालांकि शिवसेना ने बचाव करते हुए यह भी लिखा कि यह जनादेश मोदी के खिलाफ नहीं है. उपचुनाव के परिणामों को मोदी लहर से नहीं जोड़ जाना चाहिए. इस चुनाव के परिणाम का श्रेय सोनिया और राहुल को भी नहीं दिया जाना चाहिए. उपचुनाव में भाजपा को काफी नुकसान उठाना पड़ा है. भाजपा को उत्तर प्रदेश, राजस्थान और गुजरात में विधानसभा सीटों में 23 में से 13 सीटें हार मिली है. राजस्थान और गुजरात के उपचुनाव में कांग्रेस ने शानदार प्रदर्शन किया है.
शिवसेना की इस टिप्पणी को महाराष्ट्र में सीट के बंटवारे को लेकर बढ़ते विवाद पर एक प्रहार के रुप में देखा जा रहा है. शिवसेना महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के लिए अधिक सीटें मांग रही है जिसके लिए भाजपा राजी नहीं हो रही है. ऐसे में उपचुनाव में मिली हार के बाद शिवसेना को भजपा पर प्रहार का एक मौका मिला. कांग्रेस के नेता शकील अहमद ने भी उपचुनाव के फैसले के बाद भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि उपचुनाव में भाजपा की हार का फायदा विरोधियों के साथ सहयोगियों को भी मिल रहा है. शिवसेना अब भाजपा के सामने अपनी मांग मजबूती के साथ रख पायेगी.