पटना : मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के कारकेड में तैनात सिपाही सुरेश प्रसाद के पुत्र रवि कुमार (32 वर्ष) की मंगलवार की शाम गोली मार कर हत्या कर दी गयी. घटना उस समय हुई, जब रवि देवहसनपुर में अपनी किराना दुकान में था. बाइक पर सवार दो हमलावर हत्या को अंजाम देकर बतौड़ा गांव की तरफ भाग निकले. हमलावरों ने उसके माथे के ठीक बीच में पिस्टल सटा कर गोली मारी. घरवाले उसे लेकर पीएमसीएच पहुंचे, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
बेऊर थाना क्षेत्र की न्यू महावीर कॉलोनी के देवहसनपुर का रहनेवाला रवि अपने घर से 100 मीटर की दूरी पर किराना स्टोर की दुकान चलाता था. मंगलवार की शाम रवि के पिता सुरेश प्रसाद तत्काल दुकान से लौटे थे. अभी वह अपने घर के पास पहुंचे ही थे कि गोली की आवाज सुनायी पड़ी. जब तक लोग कुछ समझ पाते, तब तक एक बाइक पर सवार दो लोग भाग निकले. लोग दुकान पर पहुंचे, तो चारों तरफ खून फैला हुआ था और रवि दुकान के अंदर फर्श पर गिरा पड़ा था. सुरेश दुकान पर पहुंचे और बेटे की हालत देख बेहोश होकर गिर पड़े. पानी का छींटा मारने पर करीब दो मिनट बाद उन्हें होश आया. स्थानीय लोग रवि को लेकर पीएमसीएच पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
* पूर्व एमएलसी के चालक के साले से हुआ था विवाद
बेटे को लेकर पीएमसीएच आये सुरेश प्रसाद ने कहा कि एक सप्ताह पहले पूर्व एमएलसी कामेश्वर चौपाल की गाड़ी के चालक राहुल का साला दुकान पर सामान लेने आया था. रवि ने उधार देने से पहले मना किया था, फिर राहुल से बात कराने के लिए बोला था. रवि का कहना था कि राहुल को पहचानता हूं, इसलिए उनके कहने पर ही उधार सामान दूंगा. इस बात को लेकर राहुल के साले ने उसे मारा-पीटा व कॉलर पकड़ा था. इसके अलावा किसी प्रकार की दुश्मनी से उन्होंने इनकार किया है.
* 20 मिनट पहले दुकान पर आया था राहुल
मंगलवार की शाम किराना दुकान पर सुरेश प्रसाद बेटे के साथ बैठे थे. इस दौरान राहुल दो लोगों के साथ आया था. उसने सुरेश प्रसाद को हमेशा की तरह चाचा प्रणाम बोला. वह सामान खरीदने लगा, तो हालचाल पूछने के बाद सुरेश घर की तरफ बढ़ गये थे. अभी वह घर तक नहीं पहुंचे थे कि रवि को गोली मार दी गयी. रवि की दुकान की बगल में अखिलेश कुमार की दुकान है. वह साइकिल की मरम्मत का काम करते हैं. उन्होंने बताया कि जब गोली चलने की आवाज हुई, तो वह पंक्चर बना रहा थे. जब दुकान की तरफ देखा, तो लाल टी शर्ट पहना एक युवक बाइक से भाग रहा था. वह बाइक पर बैठा और बतौड़ा गांव की तरफ भाग गया.