देवघर : रविवार की देर रात सदर अस्पताल में एक बुजुर्ग को इलाज के लिए भरती कराया गया. बुजुर्ग का नाम मोहन प्रसाद साह (65) है. वे हरिकिशुन साह लेन मुहल्ले के रहने वाले बताये जाते हैं. मगर थोड़ी देर बाद ही उनकी मौत हो गयी. मौत की खबर सुन कर परिजन आक्रोशित हो गये और अस्पताल प्रबंधन व चिकित्सक पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा पर उतारू हो गये. परिजनों ने पहले अस्पताल में शोर-शराबा मचाया. उक्त घटना रात्रि लगभग दो बजे की है.
जब मृतक के परिजन ऑन डयूटी चिकित्सक डॉ सुनील कुमार के साथ मारपीट पर उतारू हो गये. परिजनों ने गुस्से में आकर चिकित्सक का कॉलर पकड़ लिया. बाद में अस्पताल में प्रतिनियुक्त निजी गार्ड के हस्तक्षेप के बाद चिकित्सक डॉ कुमार व ऑन डयूटी एएनएम गीता मरांडी जान बचा कर वहां से भागने को मजबूर हुए.
उधर मृतक के परिजन व आसपास के लोग अस्पताल में शोर-शराब मचाते रहे. सूचना पाकर नगर पुलिस की टीम अस्पताल पहुंची. जहां पहले घटना से अवगत हुए. उसके बाद आक्रोशित परिजनों को समझाने-बुझाने का काम किया. इस बीच दो-ढाई घंटे तक अस्पताल की चिकित्सा व्यवस्था भगवान भरोसे रही. सुबह लगभग चार बजे मामला पूरी तरह से शांत होने के बाद चिकित्सक व एएनएम अपनी डयूटी में वापस लौटे. फिर लोगों को चिकित्सा मुहैय्या कराया जा सका.
* क्या कहते हैं परिजन
घटना के संबंध में मृतक के परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया. इस संबंध में परिजन ने बताया कि अस्पताल में चिकित्सा व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं है. मुसीबत के वक्त अस्पताल में ऑक्सीजन नहीं रहता है. चिकित्सक की लापरवाही के कारण मेरे एक परिजन की मौत हो गयी. मुसीबत के वक्त चिकित्सक डयूटी छोड़ भाग निकले. काफी खोजबीन की गयी. मगर डाक्टर व नर्स कोई नहीं मिला. बाद में हदिहदिया पुल के समीप डॉ गौरीशंकर के यहां ले गये. जहां उन्होंने मरीज को मृत घोषित कर दिया.
– नित्यानंद केसरी, परिजन
* क्या कहते हैं पुलिस पदाधिकारी
इस संबंध में रात्रि गश्ती में तैनात पुलिस पदाधिकारी ने बताया कि रात्रि लगभग दो बजे सूचना मिली कि कुछ लोग अस्पताल में हो हंगामा मचा रहे हैं. सूचना पाकर फौरन अस्पताल पहुंचे. जहां लोगों को शांत कराने का प्रयास किया. उसके बाद एक ऑटो लाकर दिया, जिसमें वे लोग अपने मरीज को लेकर निजी क्लिनिक लेकर गये. जहां चिकित्सक ने मरीज को मृत घोषित कर दिया.
-माहेश्वरी प्रसाद, एएसआइ, नगर थाना.