250 कर्मियों का हुआ स्थायीकरण
जमशेदपुर : टाटा मोटर्स कर्मचारियों को 10.50 प्रतिशत बोनस दिये जाने पर शनिवार को प्रबंधन और यूनियन के बीच सहमति बनी. समझौते के अनुसार कर्मचारियों को न्यूनतम 14,990 रुपये तथा अधिकतम 31,390 रुपये मिलेंगे. बोनस राशि एक सप्ताह में कर्मचारियों के खाते में चली जायेगी. 10.50 प्रतिशत बोनस में 8.33 प्रतिशत बोनस, डीए व पर्सनल पे शामिल है. अस्थायी कर्मचारियों को पूर्व की तरह 8.33 प्रतिशत बोनस मिलेगा.
समझौते पर प्रबंधन की ओर से प्लांट हेड एबी लाल, महाप्रबंधक आइआर सुमंत सिन्हा व यूनियन की ओर से महामंत्री चंद्रभान सिंह ने हस्ताक्षर किये. बोनस के साथ ही प्रबंधन और यूनियन के बीच 250 अस्थायी कर्मचारियों को स्थायी किये जाने पर भी सहमति बनी.
2015 को लेकर उत्साहित है यूनियन : कम बोनस से मायूस यूनियन उपाध्यक्ष संतोष सिंह व कोषाध्यक्ष शमशेर खान ने कहा कि मंदी का सबसे अधिक असर ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री पर पड़ा है. उन्होंने कहा कि 2014-2015 की शुरुआत बेहतर है. बाजार में तेजी आने की उम्मीद है. 2015 के संभावित बोनस को लेकर यूनियन उत्साहित है. उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष (2011-2012) करीब 1200 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था, वहीं जीएनआर के डिविडेंड को छोड़ दिया जाये तो इस वर्ष (2012-2013) यह आंकड़ा 4000 करोड़ के करीब था.
मंदी के कारण बोनस का प्रतिशत कम : चंद्रभान
यूनियन के महामंत्री चंद्रभान सिंह ने कहा कि मंदी के कारण कंपनी को घाटा हुआ है. इस कारण बोनस का प्रतिशत कम हुआ है. मंदी व प्रतियोगिता के कारण बाजार में चेसिस व अन्य वाहन डिस्काउंट पर बेचे जा रहे हैं. पिछले तीन साल से चल रही मंदी की वजह से कंपनी में ब्लॉक क्लोजर तक का सहारा लेना पड़ा.