नियंत्रण के लिए पुलिस को करनी पड़ी मशक्कत
देवघर : डीएवी में मारपीट की घटना की सूचना मिलने के बाद कुंडा थाने की पुलिस चार-एक की संख्या में करीब 1.50 बजे पहुंची. लेकिन, बेकाबू छात्रों को संभालने में पुलिस बल नाकाम हो रहे थे. पुन: नगर थाने की पुलिस करीब 2.34 बजे स्कूल कैंपस पहुंची. शिक्षकों व छात्रों के विरोध के बाद स्टॉफ रूम में बंद अभिभावकों को पुलिस की सुरक्षा में स्कूल कैंपस से बाहर निकालने लगे.
लेकिन, आक्रोशित छात्र उनकी पिटाई के लिए आगे आ गये. पुलिस के समझाने पर बात नहीं बनी तो नगर थाना प्रभारी को सर्विस रिवाल्वर निकाल कर हवा में लहराना पड़ा. इसके बाद स्थिति नियंत्रण में हुई. इस दौरान सिविल एसडीओ भी मौके पर पहुंच कर आक्रोशित छात्रों एवं शिक्षकों के साथ-साथ स्कूल प्रबंधन से अलग-अलग बात की.
प्रबंधन की सूचना पर पहुंचे थे अभिभावक
स्कूल प्रबंधन द्वारा मीटिंग की सूचना दिये जाने के बाद शुक्रवार को अभिभावक स्कूल कैंपस पहुंचे थे. जांच टीम की मौजूदगी में अभिभावकों ने प्रिंसिपल पर लगे छेड़खानी के आरोप को झूठा व निराधार बताते हुए क्लीन चिट दे दी. साथ ही चार मांगें छेड़खानी का आरोप लगाने वाले चेहरे को बेनकाब करने, स्कूल टीचर का प्राइवेट टय़ूशन बंद करने, कक्षा नौ से 12वीं तक में छात्रों को दिये जाने वाला मार्क्स बोर्ड गठन करने तथा बच्चों से संबंधित किसी प्रकार की शिकायत प्रिंसिपल सीधे अभिभावक को करने की बात रखी.
अभिभावकों की मांगों को गंभीरता से लेते हुए संताल परगना जोन के सहायक क्षेत्रीय निदेशक डॉ बीपी यादव ने कार्रवाई का भरोसा दिया. सौहार्दपूर्ण माहौल में वार्ता हुई. इस दौरान अभिभावकों को खबर मिली कि स्कूल का एक शिक्षक प्रिंसिपल पर लगे आरोप को तूल दे रहे हैं. अभिभावकों को यह बात नागवार लगी. देखते ही देखते शिक्षक के साथ धक्का-मुक्की करने लगे. स्कूल प्रबंधन एवं शिक्षक बीच-बचाव में आये. शिक्षक का बचाव करते हुए उन्हें प्रिंसिपल कक्ष ले गये.