राहत सामग्री वितरण में अनदेखी से भड़के लोग
बिहारशरीफ (नालंदा) : बाढ़ राहत सामग्री से वंचित लोगों का सड़क जाम करने का सिलसिला गुरुवार को भी जारी रहा. बाढ़ राहत से वंचित मघड़ा व देवीसराय के लोगों ने गुरुवार को स्थानीय देवीसराय मोड़ के पास एनएच 31 को करीब तीन घंटे तक जाम कर दिया. इसके कारण सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गयी. आक्रोशितों ग्रामीणों का कहना था कि बाढ़ राहत सामग्री से उन्हें वंचित किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि पंचाने नदी की उफान से उनकी फसलें बरबाद हो चुकी हैं.
कई मकान गिर गये हैं. इसके बावजूद उनलोगों को राहत सामग्री का लाभ नहीं दिया जा रहा है. पंचायत के मुखिया नगीना पासवान ने बताया कि बाढ़ पीड़ित लोगों की सूची प्रखंड कार्यालय को दे दी गयी है. सड़क जाम की सूचना पर दलबल के साथ पहुंचे विधि-व्यवस्था डीएसपी संजय कुमार, सदर सीओ योगेंद्र कुमार,दीपनगर के थानाध्यक्ष राजनंदन एवं लहेरी के थानाध्यक्ष ओमप्रकाश सिंह ने नाराज लोगों को समझा-बुझा कर सड़क जाम हटाया. इधर, चंडी प्रतिनिधि के अनुसार प्रखंड की माधोपुर पंचायत के धरमपुर गांव के लोगों ने राहत वितरण की मांग को लेकर जबरदस्त हंगामा किया और एनएच 30 ए को जाम कर दिया. धरमपुर पंचायत के लोग राहत वितरण की मांग कर रहे थे. सूचना मिलने पर पुलिस प्रशासन की टीम मौके पर पहुंच कर जाम कर रहे लोगों को समझाया-बुझाया लेकिन इसका असर जाम करने वालों पर नहीं हुआ.
जाम कर रहे दो गुटों में एक बाइक को पार कराने के सवाल पर उत्पन्न विवाद में जम कर मारपीट हुई. इस मारपीट में करीब आधा दर्जन लोग जख्मी भी हुए हैं. सीओ राजीव रंजन ने ग्रामीणों पर एफआइआर दर्ज करने की धमकी दी, तब जाकर ग्रामीणों का हंगामा शांत हुआ. नगरनौसा प्रतिनिधि के अनुसार चंडी प्रखंड के रामघाट के पास एनएच 30 ए को कैला व रामपुर पंचायत के बाढ़ पीड़ितों ने जाम कर दिया. बाढ़ पीड़ित राहत सामग्री व बाढ़ से ध्वस्त मकानों की जगह इंदिरा आवास बनाने की मांग कर रहे थे. सड़क जाम करने वाले अधिकांश लोग महादलित परिवारों के थे. करीब चार घंटे तक एनएच 30 ए के जाम रहने के कारण इस मार्ग पर वाहनों का आवागमन पूरी तरह ठप रहा. जाम की सूचना पर बीडीओ राजीव रंजन, प्रखंड प्रमुख संजय कुमार, थानाध्यक्ष मनीष कुमार दलबल के साथ पहुंचे और बाढ़ पीड़ितों को समझा-बुझा कर जाम हटाया. बीडीओ ने आश्वासन दिया कि बाढ़ प्रभावित लोगों की सूची बनाने का निर्देश पंचायत के वार्ड सदस्यों को दिया गया है.