भागलपुर : जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल भागलपुर में ऑपरेशन के दौरान अरविंद की मौत की जांच करनेवाली समिति की रिपोर्ट स्वास्थ्य विभाग को मिल गयी है. प्रथम दृष्टया में जांच टीम के दोनों सदस्य अपर निदेशक डॉ मधुरेंद्र किशोर व पीएमसीएच में एनेसथेसिया विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ अशोक कुमार ने रिपोर्ट में एड्रेलेनिन की अत्यधिक मात्रा को मौत का कारण माना है. इसके बाद विभाग रिपोर्ट की पुन: समीक्षा कर रही है, लेकिन इस मामले में अभी कुछ भी कहने से इनकार कर रही है.
* कान सुन्न करने को दी थी दवा : विभागीय सूत्रों के मुताबिक कान सुन्न करने को जो लोकल एनेसथेसिया लिग्नोकेन एचसीएल एड्रेलेनिन इस्तेमाल किया था, उसमें एड्रेलेनिन की मात्रा बहुत अधिक थी. एड्रेलेनिन सुन्न करने की दवा लिग्नोकेन को त्वचा में देर तक रोकने में काम आती है लेकिन अत्याधिक मात्रा खतरनाक हो सकती है. जांच टीम ने एड्रेलेनिन की अधिक मात्रा को प्रथमदृष्टया मौत का कारण माना था, लेकिन मौत इसी से हुई है यह अभी पुष्ट नहीं हो पाया है.
* क्या है मामला
बांका जिले के बेलहर निवासी अरविंद कुमार साह मजदूरी करता था. कान का परदा खराब हो जाने से उसे दोनों कानों से कम सुनाई पड़ता था. भागलपुर मेडिकल कॉलेज में उसे कम खराब दाएं कान के ऑपरेशन के लिए 13 मई को भरती किया गया. 21 मई को उसे ऑपरेशन कक्ष में सुन्न करने के लिए लिग्नोकेन एचसीएल एड्रेलेनिन का इंजेक्शन दिया. उसकी पत्नी सविता देवी ने बताया कि इंजेक्शन देने के 10 मिनट बाद तक वह तड़पा और उसके बाद उसकी मौत हो गयी.