।। अजय विद्यार्थी ।।
कोलकाता: सारधा चिटफंड कांड में सीबीआइ द्वारा गिरफ्तार किये जाने के बाद अवकाश प्राप्त आइपीएस अधिकारी व तृणमूल नेता रजत मजूमदार अस्वस्थ हो गये हैं. सीबीआइ द्वारा गिरफ्तारी संबंधित फरमान के बाद श्री मजूमदार ने सीने में दर्द की शिकायत की. इसके साथ ही उन्होंने शिकायत की कि वह कुछ भी नहीं बोल पा रहे हैं.
उनकी अस्वस्थता के मद्देनजर उन्हें सरकारी अस्पताल एनआरएस अस्पताल स्थानांतरित किया जा रहा है. सीबीआइ सूत्रों के अनुसार बुधवार को उन्हें अलीपुर अदालत में पेश किया जायेगा तथा सीबीआइ अधिकारी उन्हें अपनी हिरासत में लेने की मांग करेगी.
सारधा से लेते थे प्रति माह 10 लाख रुपये वेतन
सारधा चिटफंड घोटाला मामले में सीबीआइ ने पश्चिम बंगाल के पूर्व पुलिस महानिदेशक (सशस्त्र पुलिस) व तृणमूल नेता रजत मजूमदार को गिरफ्तार कर लिया है. मंगलवार को श्री मजूमदार को सीबीआइ ने तीसरी बार पूछताछ के लिए साल्टलेक स्थित सीजीओ कंप्लेक्स में तलब किया था, लेकिन पूछताछ में असहयोग करने और सारधा मामले में संलिप्त होने के आरोप के तहत सीबीआइ ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया.
सीबीआइ अधिकारियों का कहना है कि रजत मजूमदार सारधा समूह से प्रत्येक माह 10 लाख रुपये वेतन लेते थे. सारधा की ओर से प्रकाशित पत्रिका में उन्हें समूह के सलाहाकार बताया गया था. सारधा समूह के मुख्य आरोपी गिरफ्तार सुदीप्त सेन के नामी गिरामी हस्तियों से मिलाने से लेकर वित्तीय अनियमितता में रजत मजूमदार का हाथ था.
सारधा के विस्तार को लेकर तृणमूल कांग्रेस के आला नेताओं के साथ मुलाकात करवायी थी. सुदीप्त सेन व कुणाल घोष से पूछताछ के दौरान सीबीआइ को जानकारी मिली है कि रजत मजूमदार सारधा समूह के मालिक थे, चूंकि आइपीएस होने के कारण बड़े-बड़े लोगों के साथ उनकी जान-पहचान थी. खबर है कि उन्होंने ही सारधा समूह के विस्तार की योजना बनायी थी.
* सीबीआइ ने की आसिफ खान से पूछताछ
सीबीआइ ने मंगलवार को दूसरे दिन तृणमूल कांग्रेस के नेता आसीफ खान से पूछताछ की. उल्लेखनीय है कि आसीफ खान ने सोमवार को पूछताछ के बाद कहा था कि मुकुल राय सहित अन्य नेताओं को भी सीबीआइ के सामने आना चाहिए तथा क्लीनचिट लेना चाहिए.
मंगलवार को पूछताछ के बाद आसीफ खान ने कहा कि वह स्वेच्छा से सीबीआइ के पास आये थे तथा जब भी जरूरत होगी, वह आने के लिए तैयार हैं. उन्होंने कहा कि मुकुल राय उनके भाई की तरह हैं. कभी भी उनके बैंक एकाउंट का इस्तेमाल मुकुल राय ने नहीं किया. उनके एकाउंट में मात्र 10 हजार रुपये हैं. प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों ने उर्दू अखबार कलम के संपादक व तृणमूल कांग्रेस के सांसद अहमद हसन इमरान से पूछताछ की.
सीबीआइ जांच सही दिशा में: रंजीत सिन्हा
सीबीआइ के निदेशक रंजीत सिन्हा ने कहा कि सारधा चिटफंड की जांच सही रास्ते पर चल रही है. उन्होंने कहा कि जांच प्राय: अंतिम चरण में है. शीघ्र ही इसके परिणाम सामने आयेंगे. उन्होंने कहा कि एसएफआइओ की ओर से दिये गये रिपोर्ट जांच के कार्य में लगाया जायेगा. उल्लेखनीय है कि सारधा कांड पर एसएफआइओ ने केंद्र सरकार को रिपोर्ट जमा दिया है.
मंगलवार को कंपनी मामले के मंत्रालय ने रिपोर्ट जमा किया. इस रिपोर्ट में सारधा कांड में षड़यंत्र सहित कई विषयों का उल्लेख है. इसके साथ ही यह उल्लेख किया गया है कि राज्य में केवल सारधा चिटफंड नहीं, वरन कई चिटफंड कंपनियां चल रही है. रिपोर्ट में निर्देश नहीं मान कर कार्य करने वाली कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश की गयी है.