तकनीक की मदद से शोधकर्ता भारत और फ्रांस में बैठे दो लोगों के बीच बिना किसी संपर्क के संदेश भेजने में कामयाब हो गये हैं. हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं के मुताबिक, तकनीक का इस्तेमाल हजारों मील की दूरी पर बैठे दो इंसानों के मस्तिष्क को जोड़ने के लिए किया जा सकता है.
रिसर्च टीम के एक सदस्य के हवाले से डोयचे वेले की रिपोर्ट में बताया गया है कि यह टेलीपैथी के ख्वाब का तकनीकी रूप है. इसमें तकनीक के इस्तेमाल से दो दिमागों के बीच विद्युत चुंबकीय तरीके से संपर्क कायम करने की कोशिश की गयी है. प्रयोग के लिए एक व्यक्ति को इंटरनेट से जुड़ा वायरलेस इइजी पहनाया गया. फिर उससे कोई छोटा सा ‘हैलो’ जैसा संदेश सोचने को कहा गया.
इसके बाद यह संदेश वायरलेस कनेक्शन से कंप्यूटर में गया और कंप्यूटर ने इसे बाइनरी कोड में बदला और इसे फ्रांस इमेल किया गया. वहां यह संदेश दूसरे व्यक्ति तक रोबोट की मदद से पहुंचा. उसके दिमाग में बिना कोई अन्य प्रभाव डाले एक खास तरह की गतिविधि हुई, जिससे उसकी आंखों में चमक पैदा हुई. संदेश मिलने वाला व्यक्ति सीधे संदेश सुन नहीं सका, लेकिन चमक से उसे संदेश के आने का पता चल गया.