संवाददाता,
हाजीपुर:बिदुपुर इलाके में विगत दो सप्ताह में तीन नाबालिग की हत्या से दहशत का माहौल व्याप्त है. पुलिस की कार्रवाई से आम लोग काफी असंतुष्ट हैं. किसी भी मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है. दो बालकों के शवों की अब तक पहचान नहीं हो पायी है. हालांकि पुलिस द्वारा तीनों हत्याकांड में जांच-पड़ताल की जा रही है.
कहां-कहां मिली लाश : गत 22 अगस्त को अक्षयवट राय नगर स्टेशन के निकट एक 14 वर्षीय बालक का शव मिला. शव काफी देर तक पड़ा रहा. बरांटी ओपी और जीआरपी पुलिस की जिद थी. दोनों एक-दूसरे के क्षेत्र में लाश होने की चर्चा करते रहे. अंत में जीआरपी पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया. वहीं 31 अगस्त की सुबह चांद पुरा ओपी क्षेत्र के जिरमा नहर में एक नाबालिग की लाश मिली. यह भी अज्ञात थी. इसकी भी हत्या प्रतीत हुई. क्षत-विक्षत स्थिति में लाश थी. इसके बाद पांच सितंबर की सुबह चेचर चौर में 12 वर्षीय रोशन की हत्या कर शव फेंका गया. इस तरह तीनों बालकों की हत्या गला दबा कर एवं मारपीट कर की गयी है.
जवाबदेही है चार थानों की :
इन तीनों हत्या कांड के खुलासा करने की जवाब देही चार थानों की पुलिस पर है. अक्षय वट राय स्टेशन के निकट मिली लाश की तहकीकात में जीआरपी ऑर बरांटी ओपी पुलिस जुटी है. जिरमा नहर में मिले शव के बारे जांच करने में चांदपुरा ओपी की पुलिस लगी है. जबकि रोशन कुमार की हत्या का मामला बिदुपुर थाने के कार्यक्षेत्र में पड़ता है. बताया गया है कि चारों थानों की पुलिस एकजुट होकर तीनों हत्याकांड के उद्भेदन करने में जुटी है. दो सप्ताह में तीन बालकों की हत्या से पुलिस महकमे में भी हलचल है. एक के बाद एक हत्या का मामला सुलझा पाना काफी मुश्किल हो रहा है.
बेखौफ हो चुके हैं अपराधी :
सिर्फ बिदुपुर ही नहीं, जिले के अन्य थाना क्षेत्रों में हत्या की वारदात आम हो चुकी है. अपराधी बेखौफ तरीके से घटना को अंजाम दे रहे है. तिसीऔता, बलिगांव, पातेपुर, महुआ बेलसर, गोरौल सहित कई जगहों पर हत्या की गयी है. खास कर नाबालिग की हत्या के मामले में बिदुपुर इलाका आगे है.