पटना: आयकर विभाग की टीम ने जगदंबा ग्रुप ऑफ कंपनीज के मालिक केएम चौधरी के बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल के कुल 20 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी कर करोड़ों रुपये के टैक्स चोरी का मामला उजागर किया है. जगदंबा ग्रुप ऑफ कंपनीज का मुख्य कारोबार फ्लावर और राइस मिलों से जुड़ा है.
आयकर विभाग की टीम ने इस ग्रुप के धनबाद स्थित पांच, कोलकाता स्थित पांच, आसनसोल स्थित छह, बर्दमान स्थित एक और हाजीपुर स्थित तीन ठिकानों पर छापेमारी की. वहां से 51 लाख रुपये नकद समेत विभिन्न कंपनियों में करीब 60 करोड़ रुपये से अधिक के निवेश से संबंधित कई अहम दस्तावेज बरामद किये गये हैं. समाचार लिखे जाने तक छापेमारी की कार्रवाई की जारी थी.
कई अहम दस्तावेज मिले : आयकर विभाग के निदेशक (अन्वेषण) कुमार संजय ने कहा कि आरंभिक चरण में ही हमें कई अहम दस्तावेज मिले हैं, जिनसे जगदंबा ग्रुप ऑफ कंपनीज ने पिछले छह वर्षो में ही अपनी आमदनी को कम दिखा कर अपनी पूंजी विभिन्न कंपनियों में लगायी है. इस कंपनी का कारोबार जगदंबा एग्रो फूड प्रालि, जय मां जगदंबा फ्लावर मिल लिमिटेड, जगदंबा सीरियल उद्योग प्राइवेट लिमिटेड, अंजन्य राइस मिल लिमिटेड, भविष्य राइस मिल, जगत जगदंबा फ्लावर मिल लिमिटेड (हाजीपुर) और ऋषिकेश मेगा के नाम से चल रही है.
महज एक प्रतिशत दिखाया है मुनाफा : मिूल रूप से धनबाद से कारोबार करनेवाली इस कंपनी ने हर साल अपना मुनाफा महज एक प्रतिशत दिखाया है. यही नहीं जगदंबा ग्रुप की सभी फैक्टरियां उनकी जमीन पर हैं. दस्तावेजों से यह भी पता चला है कि इस कंपनी ने अपने शेयर को महंगी कीमत पर अपनी ही छोटी कंपनियों द्वारा खरीद की है. दस रुपये के शेयर को 400 रुपये में खरीद कर इस कंपनी ने बड़े पैमाने पर अपनी कमाई को कम दिखाया है.