मुंबई: भारत के पूर्व एटार्नी जनरल गुलाम ई वाहनवती का आज दिल का दौरा पडने के बाद निधन हो गया. वह 65 वर्ष के थे. वाहनवती देश के शीर्ष कानूनी अधिकारी बनने वाले पहले मुस्लिम थे. महाराष्ट्र के महाधिवक्ता डेरियस खंबाटा ने बताया कि गुलाम एसाजी वाहनवती के परिवार में पत्नी और एक पुत्र है.
वाहनवती को संप्रग सरकार के पुनर्निर्वाचित होने पर जून 2009 में तीन साल की अवधि के लिए 13वां एटार्नी जनरल नियुक्त किया गया था. उनके कार्यकाल को दो और साल के लिए बढा दिया गया था. नरेंद्र मोदी नीत भाजपा सरकार के सत्ता में आने के बाद उन्होंने इस वर्ष 27 मई को इस्तीफा दे दिया था. इस शीर्ष पद पर नियुक्ति से पहले वाहनवती ने 20 जून 2004 से 7 जून 2009 तक भारत के सालिसीटर जनरल के रुप में काम किया था.
वाहनवती 7 मई 1949 में पैदा हुए थे और उन्होंने मुंबई के गवर्नमेंट ला कालेज से कानून की डिग्री ली थी. इससे पहले उन्होंने सेंट जेवियर कालेज से स्नातक की पढाई की थी. वाहनवती पिछले कुछ समय से फेफडों के संक्रमण से पीडित थे और उन्हें शहर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था.