गुमला: सदर थाना क्षेत्र के चरकाटांगर में एक किसान की 12 वर्षीया बेटी की गैंगरेप के बाद हत्या कर दी गयी. शनिवार को चार- पांच अपराधियों ने बच्ची को अगवा किया. सामूहिक दुष्कर्म के बाद रविवार की रात उसकी हत्या कर दी.
शव को मरदा नदी में फेंक दिया. सोमवार की सुबह नदी से उसका शव मिला. इस घटना से गांव के लोगों में आक्रोश है. डीएसपी कैलाश करमाली व थाना प्रभारी अनिल शर्मा जब घटनास्थल पर पहुंचे, तो उन्हें ग्रामीणों उन्हें घेर लिया. ग्रामीणों ने अपराधियों की गिरफ्तारी व मृतका के परिजनों को मुआवजा देने की मांग को लेकर सुबह 10 बजे अंबेराडीह के समीप गुमला व सिमडेगा मार्ग जाम कर दिया. दिन के 12.30 बजे लोग सड़क से हटे. प्रशासन ने बच्ची के परिजन को तीन हजार रुपये मुआवजा दिया. इस सिलसिले में थाने में अपराधी राजू गोप व चार अपराधियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है.
अपराधी राजू ने परचा छोड़ जिम्मेवारी ली : बच्ची बकरी चराने मरदा नदी के पास गयी थी. वह चरकाटांगर जामटोली स्कूल में वर्ग सात में पढ़ती थी. शनिवार की रात तक उसका पता नहीं चला, रविवार को ग्रामीण उसे जंगल में खोजने गये थे. रात 8.30 बजे अपराधी राजू गोप ने घर में एक परचा फेंक कर बच्ची की दुष्कर्म के बाद हत्या कर शव को नदी में फेंकने की जिम्मेवारी ली.
पुलिस नहीं पहुंची: ग्रामीणों ने कहा कि रात 11 बजे जब सभी लोग बच्ची को खोजने नदी के पास जा रहे थे, तो वहां पहले से अपराधी मौजूद थे. ग्रामीण डर से नदी के पास नहीं गये. इसकी सूचना रात 11 बजे डीएसपी कैलाश करमाली को दी गयी. पर पुलिस फोर्स की कमी का बहाना बना कर पुलिस वहां नहीं गयी. बच्ची का शव मिलने के बाद जब पुलिस गांव गयी, तो ग्रामीण पुलिस को घेर कर खरी-खोटी सुनाने लगे. काफी समझाने के बाद लोग शांत हुए .
‘‘लड़की की अगवा कर हत्या की गयी है. दुष्कर्म हुआ है या नहीं, पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कह सकते हैं. अपराधियों की पहचान कर ली गयी है. बहुत जल्द उन्हें पकड़ लिया जायेगा.
कैलाश करमाली, डीएसपी, गुमला
बेटी से गैंग रेप, मां ने भाग कर बचायी अपनी लाज
चैनपुर (पलामू): चैनपुर क्षेत्र के कंकारी गांव में दो युवकों ने हथियार के बल पर एक घर से मां-बेटी को उठाया. मां किसी तरह भाग कर आबरू बचाने में सफल रही, जबकि बेटी से दोनों युवकों ने घर के पास ही खेत में सामूहिक दुष्कर्म किया. घटना रविवार रात करीब 11 की है. सुबह घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने आपस में ही सुलह-समझौता करने की बात कही, ग्रामीण भड़क गये. आक्रोशित लोगों ने पुलिस के खिलाफ रोड जाम कर दिया.
तब जाकर थाने में दोनों आरोपी कंकारी गांव के आफताब आफताब अंसारी व आफताब उर्फ इदु मियां के खिलाफ मामला दर्ज किया गया. रोड जाम में दोनों समुदाय के लोग शामिल थे. कंकारी गांव में घर का मुखिया थके होने के कारण जल्द ही सो गया था. घर में पत्नी और विवाहिता बेटी रहती है. बेटी की शादी 10 वर्ष पूर्व हुई थी, लेकिन पिछले पांच वर्षो से वह मायके में ही रह रही है.
उसकी पांच साल की बेटी भी है. रात करीब 11 बजे गांव का ही आफताब अंसारी आया और दरवाजा खुलवाया. पहले पानी मांगा, फिर मोबाइल मांगने लगा. गृहस्वामिनी ठीक से दरवाजा भी नहीं बंद कर सकी थी कि आफताब और इदु मियां ने हथियार के बल पर पहले मां को अपने कब्जे में ले लिया. शोरगुल सुन कर विवाहिता बेटी भी घर से बाहर आ गयी. आरोपी आफताब ने उसे पकड़ लिया और खेत की ओर ले गया. वहीं इदु ने मां के साथ जबरदस्ती करने लगा, लेकिन वह किसी तरह उसके चंगुल से भाग निकली और खेत में छिप कर अपनी आबरू बचायी. करीब डेढ़ घंटे के बाद बेटी घर लौटी. बताया कि आफताब व इदु मियां ने उसके साथ दुष्कर्म किया है. धमकी दी कि किसी को कुछ बताया, तो अंजाम बुरा होगा. गांव के लोगों को इसकी जानकारी रात में ही मिल गयी थी. सुबह जब इदु मियां के परिजन से लोग शिकायत करने गये, तो कहा गया कि जो करना है कर लें.