धनबाद: डीवीसी का जेनरेशन कम होने के कारण शहर में गुरुवार को आठ से 10 घंटे बिजली कटी रही. डीवीसी ने छह से सात घंटे शेडिंग की, जबकि ऊर्जा विभाग ने विभिन्न कारणों से तीन घंटे बिजली कटी रही.
डीवीसी, पुटकी के अधीक्षण अभियंता विवेक रस्तोगी ने बताया कि गुरुवार को भी जेनरेशन 21 मेगावाट ही हुआ. इसलिए सुबह से शाम तक में ही छह घंटे शेडिंग करनी पड़ी. निर्बाध बिजली के लिए 28 सौ से तीन हजार मेगावाट बिजली की जरूरत है.
एलसी रोड में पेड़ पर तार गिरा, आग लगी: एसएसएलएनटी कॉलेज के निकट पेड़ पर तार गिरने सेा दो घंटे बिजली कटी रही. इसके अलावा बार-बार फ्यूज उड़ने के कारण हीरापुर, धैया, पुलिस लाइन में बिजली कटी रही. हीरापुर के सहायक अभियंता प्रभाकर कुमार ने बताया कि पेड़ में आग लगने के कारण एहतियात के तौर पर लाइन काटी गयी थी. धैया में 11.30 बजे जो लाइन कटी, वह तीन बजे आयी.
मनईटांड़ में छह घंटे गुल : मनईटांड़ के सहायक अभियंता राजेश कुमार मंडल ने बताया कि डीवीसी द्वारा तीन बार शेडिंग करने के कारण छह घंटे तक बिजली कटी रही. बताया कि पहले डेढ़ घंटे की ही शेडिंग डीवीसी करता था, लेकिन आज दो-दो घंटे तक शेडिंग की. वहीं बरवाअड्डा क्षेत्र में छह घंटे से अधिक बिजली कटी रही.
सरायढेला में भी संकट : कोलाकुसमा क्षेत्र में बुधवार की पूरी रात बिजली नहीं रही. वहीं गुरुवार के दिन में भी बिजली संकट रहा.
एक टाइम जलापूर्ति
बिजली संकट का असर पेयजल आपूर्ति पर भी पड़ा. सुबह में 16 जलमीनार से किसी तरह जलापूर्ति की गयी. बाद में शाम में छूटी हुए जगह मनईटांड़ एवं धनसार में कुछ देर तक ही पेयजल की आपूर्ति हुई. शाम में कहीं जलापूर्ति नहीं हुई. एक टाइम ही जलापूर्ति की गयी.