भागलपुर: नाथनगर प्रखंड के रामपुर खुर्द पंचायत में इंदिरा आवास योजना में गड़बड़ी मामले में बुधवार को जांच की गयी. प्रभात खबर में प्रमुखता से मामले का खुलासा होने पर बीडीओ अमित कुमार ने मामले में संज्ञान लेते हुए जांच के निर्देश दिये.
बुधवार को इंदिरा आवास योजना के क्लर्क को दस्तावेजी जांच व रामपुर खुर्द के ग्रामीण आवास सहायक को भौतिक जांच करने को कहा. भौतिक जांच की रिपोर्ट में कहा गया है कि लाभुक को एक ही बार योजना का लाभ मिला है, जबकि दस्तावेज खंगाले जा रहे हैं. जांच से पूर्व प्रखंड मुख्यालय में बीडीओ कक्ष में संबंधित लाभुकों से प्रखंड कार्यालय में पूछ तलब की गयी.
पूछ तलब के लिए प्रखंड मुख्यालय पहुंची लाभुकों में शांति देवी व पूनम देवी ने बताया कि उन्हें केवल एक बार ही योजना की राशि मिली है. उन्होंने बताया कि गांव के एक पड़ोसी ने आपसी रंजिश में उनके खिलाफ जिला व प्रखंड में आवेदन देकर शिकायत कर दी है. शांति देवी ने बताया कि पड़ोसी से उनका जमीन विवाद चल रहा है. उसका कहना है कि दो-दो जगह पक्का मकान होने के बावजूद उक्त पड़ोसी के बेटे को इंदिरा आवास मिला है. जानकारी मिलने के बाद बीडीओ ने बताया कि इस संबंध में भी जांच करवायी जा सकती है.
लाभुक सही, तो दोषी कौन
बुधवार को बीडीओ ने कर्मचारियों को सख्ती से जांच का निर्देश दिया था, जिसके बाद सहायक ने रामपुर गांव पहुंच कर मामले की जांच की. सहायक ने बताया कि ग्रामीणों से पूछताछ में जो बातें सामने आ रही हैं, उससे लाभुक पर दोष साबित नहीं हो पा रहा है. लाभुकों ने भी केवल एक बार 25 हजार रुपये मिलने की बात स्वीकारी है. इधर सूत्र बताते हैं कि कर्मचारी ले-देकर आवास वितरण में वर्षो से मनमानी करते रहे हैं. इस लचर व्यवस्था से सवाल यह उठता है कि अगर लाभुक दोषी नहीं हैं, तो फिर दोषी है कौन.