मुम्बई:जम्मू कश्मीर में अंतराष्ट्रीयसीमा से लगे क्षेत्र में पाकिस्तान की ओर से किए जाने वाले लगातार संघर्ष विराम उल्लंघन पर शिवसेना ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की.शिवसेना ने आज कहा कि केवल बातचीत रद्द करना पर्याप्त नहीं होगा और भारत को पडोसी देश के खिलाफ युद्ध शुरू करना चाहिए ताकि उसे सबक सिखाया जा सके.
शिवसेना के मुखपत्र सामना के संपादकीय में कहा गया है कि, भारत सरकार ने हालांकि पाकिस्तान के साथ विदेश सचिव स्तर की वार्ता रद्द करने का निर्णय किया है,लेकिन यह पाकिस्तानी रेंजरों को हमारी सीमा चौकियों पर गोलीबारी करने से रोकने के लिए पर्याप्त नहीं है.
संपादकीय के अनुसार, हमें उनके (पाकिस्तान) क्षेत्र में जाने और सबक सिखाने की जरुरत है. इसमें कहा गया है कि सरकार ने हालांकि भारत के खिलाफ छद्म युद्ध के लिए पाकिस्तान को चेतावनी देकर सही निर्णय किया है, सरकार को अब पडोसी देश के खिलाफ आक्रामक कार्रवाई करनी चाहिए.
सामना के संपादकीय में कहा गया है कि, सरकार ने उन्हें हमारी सीमा पर हमला और छद्म युद्ध रोकने के संबंध में पर्याप्त चेतावनी दी है. प्रधानमंत्री ने स्वयं चेतावनी दी है. लेकिन अब हमें उनके क्षेत्र में जाने और हमला करने की जरुरत है. यही अब सरकार से हर भारतीय उम्मीद कर रहा है.
शिवसेना ने कहा कि अगर ऐसे समय में केंद्र में कांग्रेस की सरकार होती जब पाकिस्तानी रेंजरों द्वारा निर्दोष लोग मारे जाते तब हर राजनीतिक दल इस मामले से निपटने में अक्षमता के लिए उसकी आलोचना करता.
संपादकीय में कहा गया है कि लेकिन भारत के लोग नई सरकार से काफी उम्मीद करते हैं. हम यह साबित करने का आग्रह करते हैं कि अब केंद्र में सत्ता में मजबूत सरकार है.
साम्बा जिले में संघर्षविराम का उल्लंधन करते हुए पाकिस्तानी सैनिकों ने 40 सीमा चौकियों और जम्मू एवं साम्बा जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगे क्षेत्र में 24 गांवों पर गोलाबारी की जिसमें तीन लोग घायल हो गए.