नयी दिल्ली: नरेन्द्र मोदी सरकार की ओर से देशभर में 100 स्मार्ट शहर विकसित करने की योजना को लेकर रीयल एस्टेट कंपनियां खासा उत्साहित हैं. कंपनियां टियर-2 एवं टियर-3 शहरों में परियोजनाओं को स्मार्ट सिटी के अनुरुप ढालने की संभावना तलाश रही हैं. इस दिशा में ओमैक्स लिमिटेड टियर-2 व टियर-3 शहरों में अपनी परियोजनाओं में तेजी ला रही है और स्मार्ट सिटी के अनुरुप परियोजनाओं को ढाल रही है. कंपनी को सरकार की स्मार्ट सिटी परियोजना से खासा लाभ होने की उम्मीद है.
क्या कहती हैं कंपनियां
ओमैक्स के सीईओ मोहित गोयल ने इस संबंध में भाषा को बताया, ‘चालू वित्त वर्ष में हम एक करोड वर्ग फुट जगह तैयार कर उसकी डिलीवरी कर देंगे. कंपनी लखनउ, कानपुर, वाराणसी, आगरा, लुधियाना, चंडीगढ, इंदौर जैसे 30 शहरों में परियोजनाएं चला रही है.’ गोयल ने कहा, ‘कंपनी प्रति वर्ष ऐसी परियोजनाओं पर 500 करोड रुपये का निवेश कर रही है.
वेव इंफ्राटेक के प्रबंध निदेशक आर.के. पनपलिया ने कहा, ‘हम भारत में 100 स्मार्ट शहर बनाने की सरकार की पहल को लेकर उत्साहित हैं. कंपनी आईबीएम के साथ मिलकर भारत की पहली और सबसे बडी स्मार्ट सिटी- वेव सिटी पर 2011 से ही काम कर रही है. वर्तमान में हम फाइबर केबल बिछाने की प्रक्रिया में है जो स्मार्ट सिटी आधारित सेवाओं का आधार होगा.’
आम्रपाली ग्रुप के सीएमडी अनिल शर्मा के मुताबिक, ‘कंपनी कोच्चि, रायपुर, नागपुर, बेंगलूर, अहमदाबाद और मध्य प्रदेश स्थित अपनी परियोजनाओं को स्मार्ट सिटी परियोजना के अनुरुप करने की कोशिश कर रही है.’ उल्लेखनीय है कि वित्त मंत्री अरूण जेटली ने बीते माह आम बजट 2014-15 में स्मार्ट सिटी परियोजना के लिए 7,060 करोड रुपये आबंटित किया.
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