हनोई: विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि अब समय आ गया है कि भारत लुक ईस्ट की जगह एक्ट ईस्ट पॉलिसी को अपनाये. वियतनाम की तीन दिवसीय यात्रा शुरु होने के साथ उन्होंने यह बात कही. वियतनाम प्रवास के दौरान वह साम्यवादी देश के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात करेंगी. सुषमा ने कहा कि भारत ने अटल बिहारी वाजपेयी सरकार के अंतर्गत पूर्व की ओर देखो नीति को अपनाया था.
यहां पहुंचने के बाद भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित करते हुए मंत्री ने कहा, लेकिन अब समय सिर्फ देखने का नहीं बल्कि करने का है. (नरेंद्र) मोदी सरकार के अंतर्गत हमारे पास एक्ट ईस्ट पॉलिसी होगी. सुषमा कल वियनतनाम के विदेश मंत्री फाम बिन्ह मिन्ह के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगी और राष्ट्रपति त्रुओगा तान सांग एवं प्रधानमंत्री नगुएन तान दुंग से भेंट करेंगी. उन्होंने कहा कि वह बातचीत के दौरान विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करेंगी. उन्होंने कहा कि वियतनाम महत्वपूर्ण सहयोगी है और सुरक्षा एवं रक्षा के के क्षेत्र में द्विपक्षीय सहयोग पर संतोष जताया.
लोकसभा चुनावों पर बातचीत करते हुए मंत्री ने कहा कि 30 साल के बाद पहला मौका है जब किसी पार्टी (भाजपा) को स्पष्ट बहुमत मिला. सुषमा ने कहा, जब हम 270 प्लस के लक्ष्य पर बात करते, लोग हमारा मजाक उड़ाते. लेकिन लोगों ने हमें 282 सीटें दी और गठबंधन के साथ हमारी संख्या 300 से अधिक है. उन्होंने कहा कि 2014 का चुनाव उम्मीदों का चुनाव था.
उन्होंने कहा, और इसीलिए इस सरकार से लोगों की काफी उम्मीदें हैं और हमें उन्हें हतोत्साहित नहीं करेंगे. हम उनके सपनों को पूरा करेंगे. विदेश मंत्री ने सरकार के तीन महीने के कामकाज का भी जिक्र किया. वियतनाम ने हाल ही में दक्षिण चीन सागर में दो तेल ब्लोक के पट्टे का एक और साल के लिये नवीनीकरण किया है. उसके कुछ ही दिन बाद सुषमा की यात्रा हो रही है.
साथ ही वह राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की अगले महीने यात्रा से पहले यहां आयी हैं. अपनी यात्रा के दौरान सुषमा क्षेत्र में भारतीय मिशनों के प्रमुखों की बैठक की अध्यक्षता करेंगी. इसके अलावा आसियान-इंडिया नेटवर्क ऑफ थिंक टैंक्स के तीसरे गोलमेज सम्मेलन का उद्घाटन करेंगी.