सिलीगुड़ी : सिलीगुड़ी नगर निगम ने आज सेवक रोड स्थित मित्तल कॉम्पलेक्स में चार गोदामों पर बुलडोजर चला कर तहस-नहस कर दिया. तोड़े गये चारों गोदामों में ट्रांसपोर्ट कंपनी माहेश्वरी रोडवेज का एक, सुपर ट्रांसपोर्ट का एक व टाइल्स कंपनी पीटीएस सेरेमिक्स के दो गोदाम शामिल हैं.
इन कंपनियों ने गोदाम किराये पर लिये थे. आज सुबह निगम के अधिकारी, इंजीनियर बुलडोजर एवं मजदूरों को लेकर मित्तल कॉम्पलेक्स में पहुंचे. कॉम्पलेक्स परिसर में अफरा-तफरी का माहौल मच गया. इस दौरान निगम ने शांति सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पुलिस का भी सहयोग लिया. इस दौरान भारी संख्या में पुलिस के जवानों को तैनात किया गया था.
किरायेदारों ने निगम अधिकारियों से गोदामों से माल हटाने के लिए एक दिन की मोहलत मांगी, लेकिन अधिकारियों ने एक न सुनी. टीन के बने चारों गोदामों पर ताबड़तोड़ बुलडोजर चला दिया गया. इस दौरान गोदामों में रखे अधिकांश सामान नष्ट हो गये. पीटीएस सेरेमिक्स के मालिक मोहित गोयल, सुपर ट्रांसपोर्ट के संदीप शर्मा व माहेश्वरी रोडवेज के प्रबंधक राजेश कुमार शोरेन का कहना है कि उन लोगों को न तो निगम और ना ही गोदाम मालिक अजय गोयल से किसी तरह की नोटिस दी गई थी. आज अचानक निगम के अधिकारियों ने गोदामों को तहस-नहस कर दिया. इससे बड़े पैमाने पर गोदामों में रखे सामान भी नष्ट हुए हैं.
गोदामों के छत के टीन भी हटा दिये गये. बारिश होने पर अन्य सामानों के भी नष्ट होने की संभावना है. सभी किरायेदार गोदाम मालिक के खिलाफ सख्त कदम उठाने की बात कर रहे हैं. इस बीच गोदाम मालिक अजय अग्रवाल ने बताया है कि उनके गोदाम को राजनीति से प्रेरित होकर तोड़ा गया है. उन्होंने कहा कि इससे पहल नगर निगम ने उन्हें एक पत्र लिख कर गोदामों के आश्यक कागजातों की मांग की थी,जो उन्होंने नगर निगम को सौंप दिया था.
लेकिन आज निगम के कर्मचारी अचानक आए और तोड़फोड़ शुरू कर दी.उन्होंने आगे कहा कि शहर में वर्षो से अवैध निर्माण का काम जारी है,कई स्थानों पर अवैध निर्माण किए गए हैं लेकिन कहीं भी तोड़फोड़ नहीं की गयी है.बस राजनीतिक कारणों से उनको निशाना बनाया जा रहा है.
वहीं निगम आयुक्त सोनम वांग्दी भुटिया का कहना है कि गोदामें किसकी है, कौन किरायेदार हैं, निगम को इससे कोई लेना-देना नहीं है. चारों गोदाम अवैध रूप से बनाए गये थे. गोदामों को हटाने के लिए गोदाम मालिक को कई बार सूचित किया गया था. बीते जून महीने में सात दिन की मोहलत देते हुए अंतिम नोटिस दी गई थी, लेकिन गोदाम मालिक ने इस नोटिस पर ध्यान नहीं दिया.बाध्य होकर निगम को खुद गोदामें नष्ट करनी पड़ी.
उन्होंने कहा कि निगम क्षेत्र में अवैध निर्माण बरदाश्त नहीं किया जायेगा. मालूम हो कि हफ्ते भर पहले ही निगम ने सेवक मोड़ स्थित मयूर होटल के अवैध निर्माण को भी तोड़ दिया गया था.