नयी दिल्ली: सिविल सेवा परीक्षा, पैटर्न को बदलने की मांग कर रहे छात्रों के व्यापक विरोध प्रदर्शन के बीच आज प्रारंभिक परीक्षा देश के विभिन्न केंद्रों में ली जा रही है. प्राथमिक परीक्षा में दो प्रश्नपत्र…. प्रथम और द्वितीय हैं और प्रत्येक के लिए समय दो दो घंटे का है. पहला प्रश्नपत्र सुबह नौ बज कर ठीक 30 मिनट पर शुरु हुआ और अब तक किसी भी परीक्षा केंद्र के बाहर प्रदर्शन किए जाने की कोई खबर नहीं है. परीक्षा के लिए करीब 9 लाख छात्रों ने आवेदन किया था.
इस परीक्षा के पैटर्न को लेकर हाल ही में खासा विवाद उठा था. छात्र इस परीक्षा के द्वितीय प्रश्नपत्र या सिविल सर्विसेज एप्टीट्यूड टेस्ट (सीएसएटी…..सीसैट) का पैटर्न बदलने की मांग करते हुए सडकों पर आ गए थे और उनके आंदोलन ने हिंसक रुप ले लिया था.
प्रदर्शनों के मद्देनजर कार्मिक, लोक शिकायत एवं पेंशन मामलों के राज्य मंत्री जितेन्द्र सिंह ने 4 अगस्त को संसद में कहा कि द्वितीय प्रश्नपत्र में पूछे जाने वाले अंग्रेजी वर्ग के प्रश्नों के अंक सिविल सेवा परीक्षा में ग्रेडिंग के लिए या प्रावीण्यता के लिए शामिल नहीं किए जाएंगे.
द्वितीय प्रश्नपत्र में बोध क्षमता, संवाद कौशल सहित अंतरवैयक्तिक क्षमता, तार्किक एवं विश्लेषण क्षमता, निर्णय लेने और समस्याओं के समाधान की क्षमता, मानसिक योग्यता, मूलभूत गणना और अंग्रेजी भाषा में बोध क्षमता :दसवीं कक्षा के स्तर: के प्रश्न होते हैं. बहरहाल, छात्रों के एक समूह का कहना है कि उनका विरोध जारी रहेगा.
द्वितीय प्रश्नपत्र या सीसैट के पैटर्न में बदलाव की मांग कर रहे छात्रों के आंदोलन नागरिक अधिकार मंच में शामिल संपूर्णानंद ने कहा हम सिविल सेवा परीक्षा के पैटर्न के खिलाफ हैं. हम इसमें बदलाव चाहते हैं. एक अन्य अभ्यर्थी ने परीक्षा के लिए फार्म भरा था लेकिन वह परीक्षा में नहीं बैठा. उसने कहा हम परीक्षा बाधित नहीं करेंगे न ही परीक्षा देने वालों को कुछ कहेंगे. लेकिन प्रारंभिक परीक्षा का दूसरा प्रश्नपत्र रद्द करने की हमारी मांग तब तक चलती रहेगी जब तक सरकार इसमें आवश्यक बदलाव नहीं कर देती.
संघ लोक सेवा आयोग आईएएस, आईएफएस और आईपीएस सहित विभिन्न श्रेणियों के अधिकारियों का चयन करने के लिए तीन चरणों…. प्रारंभिक, मुख्य और साक्षात्कार… में प्रतिष्ठित सिविल सेवा परीक्षा का आयोजन करता है. विरोध कर रहे छात्रों के एक समूह की ओर से, आज होने जा रही प्रारंभिक परीक्षा टालने के लिए बिल्कुल आखिरी समय पर दाखिल की गई एक याचिका पर सुनवाई करते हुए उच्चतम न्यायालय ने कल परीक्षा को स्थगित करने से इनकार कर दिया था.
* कोर्ट का परीक्षा पर रोक से इनकार
सुप्रीम कोर्ट ने रविवार को होने जा रही संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा पर रोक लगाने से शनिवार को इनकार कर दिया. न्यायालय ने कहा कि कॉम्प्रीहेंशन के हिस्से को लेकर छात्रों के एतराज का मसला पहले ही सुलझाया जा चुका है और जब नौ लाख छात्र परीक्षा में शामिल होने जा रहे हों तो आखिरी समय में परीक्षा पर रोक नहीं लगायी जा सकती. शनिवार के दिन कार्य-दिवस न होने के बावजूद इस मामले में विशेष सुनवाई करते हुए न्यायमूर्ति जे एस खेहर और न्यायमूर्ति अरुण मिश्र की पीठ ने प्रारंभिक परीक्षा पर रोक लगाने की अर्जी खारिज कर दी.
पटना में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था
यूपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा 24 अगस्त को पटना के 71 केंद्रों पर होगी. इसमें करीब 33 हजार परीक्षार्थी भाग लेंगे. परीक्षा की कॉ- ऑर्डिनेटर सह पटना की प्रमंडलीय आयुक्त डॉ एन विजयलक्ष्मी ने बताया कि रविवार को यह परीक्षा दो पालियों में सुबह 09:30 से 11:30 बजे तथा अपराह्न् 02:30 से 4:30 बजे के बीच होगी. इसके लिए पटना के सभी 71 परीक्षा केंद्रों पर स्टेटिक मजिस्ट्रेट व 24 जोनल मजिस्ट्रेट के साथ पर्याप्त संख्या में सुरक्षाकर्मी प्रतिनियुक्त किये गये हैं.
चार ऑब्जर्वर व चार निरीक्षी पदाधिकारी नामित : परीक्षा के संचालन के लिए 4 ऑब्जर्बर प्रेम सिंह मीणा (कारा महानिरीक्षक), प्रभात शंकर (अपर सचिव), राजेश कुमार (पशुपालन निदेशक) तथा मनोज कुमार (संयुक्त सचिव) बनाये गये हैं. प्रशिक्षु आइएएस तनुप्रिया तथा बिहार प्रशासनिक सेवा के रमाशंकर दफ्तुआर, रावी रंजन व मनोज कुमार को निरीक्षी पदाधिकारी नामित किया गया है.
ब्लैक बॉल पेन से ही भरें ओएमआर शीट : डॉ एन विजयलक्ष्मी ने बताया कि परीक्षार्थी ब्लैक बॉल पेन से ही ओएमआर शीट की प्रविष्टियां अंकित करें तथा मोबाइल फोन सहित किसी प्रकार के अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण अपने साथ नहीं लाएं. अन्यथा उन्हें परीक्षा केंद्र के प्रवेश द्वार पर ही जमा करा लिया जायेगा.