बेंगलोर:ज्ञानपीठ पुस्कार से सम्मानित और कन्नड साहित्यकार यू आर अनंतमूर्ति के निधन पर राज्य में तीन दिवसीय राजकीय शोक की घोषणा की गई है.हजारों शोकाकुल व्यक्तियों ने आज अनंतमूर्ति को आज अंतिम श्रद्धांजलि दी.अनंतमूर्ति का कल निधन हो गया था
रविंद्र कलाक्षेत्र के परिसर में अनंतमूर्ति के पार्थिव शरीर को लोगों की श्रद्धांजलि के लिए रखा गया था.
साहित्यिकार और सार्वजनिक रुप से मुखर रहने वाले बुद्धिजीवी अनंतमूर्ति के पार्थिव शरीर पर मुख्यमंत्री सिद्धारमैया,उनके मंत्रिमंडलीय सहयोगी, केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार और डीवी सदानंद गौडा,कन्नड लेखकों सहित सभी राजनीतिक पार्टियों के नेताओं ने श्रद्धासुमन अर्पित किए.
गिरिश कर्नाड, एमएस सत्यु, गिरिश कसरवल्ली, नागभराना और केएस नासिर जैसी साहित्य और फिल्म से जुडी हस्तियां ने दिवंगत अनंतमूर्मि को अपनी अंतिम श्रद्धांजलि अर्पित की.
अधिकारियों ने बताया कि अनंतमूर्ति का अंतिम संस्कार आज बाद में बेंगलोर विश्वविद्यालय परिसर के भीतर कलाग्राम में किया जाएगा. उनका अंतिम संस्कार हिन्दू रीति-रिवाजों के मुताबिक किया जाएगा.
रविन्द्र कलाक्षेत्र में अनंतमूर्ति के लिए हिन्दू, मुस्लिम और ईसाईयों ने प्रार्थना की.अनंतमूर्ति अपने धर्मनिरपेक्ष आस्था और कट्टरवाद की आलोचना के लिए जाने जाते थे.सरकार ने आज अपने कार्यालयों और शैक्षिक संस्थानों में छुट्टी की घोषणा की है.
अनंतमूर्ति कन्नड साहित्यिक दुनिया में लीक से हटकर काम करने के लिए जाने जाते थे. उनका कल यहां के एक निजी अस्पताल में कई स्वास्थ्य जटिलताओं के कारण देहांत हो गया. उन्हें 10 दिन पहले बुखार और संक्रमण के बाद अस्तपताल में भर्ती कराया गया था.