नयी दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के गरीबों तक बैंकिंग सुविधा और बीमा सुरक्षा पहुंचाने के लिये आज ‘प्रधानमंत्री जनधन योजना’ की घोषणा की. इस योजना के तहत हर गरीब परिवार का बैंक खाता खोला जाएगा, डेबिट कार्ड की सुविधा दी जाएगी और खाताधारक को एक लाख रुपये के जीवन बीमा का संरक्षण होगा.
मोदी ने 68वें स्वाधीनता दिवस पर ऐतिहासिक लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र के नाम अपने पहले संबोधन में इस योजना की घोषणा करते हुए कहा, ‘प्रधानमंत्री जनधन योजना के माध्यम से हम देश के गरीब से गरीब लोगों को बैंक खाता सुविधा से जोडना चाहते हैं.’ प्रधानमंत्री ने कहा कि आज देश के करोडों परिवार हैं जिनके पास मोबाइल फोन तो है, लेकिन बैंक में खाता नहीं है. उन्होंने कहा कि किसान साहूकार का कर्ज नहीं दे पाता तो मजबूरन आत्महत्या कर लेता है. यह योजना ऐसे परिवारों के लिये ही सोचकर बनायी गयी है.
उन्होंने कहा, ‘देश के आर्थिक संसाधन गरीब के काम आये, इसकी शुरुआत यहीं से होती है.’ मोदी ने इसे गरीबों के लिये एक अवसर बताते हुए कहा, ‘यही तो है, जो खिडकी खोलता है.’ प्रधानमंत्री ने घोषणा की कि इस योजना के तहत जो खाते खोले जाएंगे, उन्हें डेबिट कार्ड दिया जाएगा और इसके साथ खाताधारक का एक लाख रपये का बीमा भी कराया जाएगा ताकि ऐसे व्यक्ति के जीवन में कोई संकट आये तो उसके परिजन को एक लाख रुपये का बीमा मिल सके.
केंद्रीय मंत्रिमंडल पहले ही दो चरण वाली इस वित्तीय समावेशी योजना को मंजूरी दे चुका है. इसके तहत 15 करोड गरीब लोगों के बैंक खाते खोले जाएंगे जिसमें 5,000 रुपये की ओवरड्राफ्ट सुविधा तथा एक लाख रुपये के दुर्घटना बीमा संरक्षण की सुविधा होगी. सरकार मिशन मोड में इस योजना को आगे बढाएगी. इसमें चिन्हित 7.5 करोड घरों को अगस्त 2018 तक दो खाते उपलब्ध कराने की बात कही गयी है.
योजना की मुख्य विशेषता ऐसे खातों को 5,000 रुपये की ओवरड्राफ्ट सुविधा उपलब्ध कराना, एक लाख दुर्घटना बीमा कवर के साथ रुपये डेबिट कार्ड तथा बैंक प्रतिनिधि (बिजनेस कारेसपेंडेन्ट) को 5,000 रुपये का पारिश्रमिक देना शामिल है. बैंक प्रतिनिधि खाता धारकों तथा बैंक के बीच अंतिम संपर्क के रुप में काम करता है.