पटना: दो दिनों से लगातार बारिश से प्रदेश में नदियों का जल स्तर बढ़ गया है, जिससे नालंदा, नवादा, समस्तीपुर, सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, बेगूसराय, मुंगेर, भागलपुर समेत कई जिलों के निचले इलाकों में पानी घुस गया है. नालंदा जिले में पंचाने, सकरी, मुहाने व जिराइन नदियों का जल स्तर बढ़ने से कई गांवों में पानी घुस गया है. बिहारशरीफ-हिलसा पथ, इसलामपुर-नालंदा स्टेट हाइवे, बिहारशरीफ-बरबीघा मार्ग
(एनएच-82) व बिहारशरीफ-राजगीर मार्ग पर पानी बह रहा है. हिलसा, एकंगरसराय, इसलामपुर, परबलपुर प्रखंडों समेत जहानाबाद जिले का बिहारशरीफ से सड़क टूट गया है. सकरी नदी में उफान आने से पूर्वी तटबंध तीन जगहों पर टूट गये हैं. इससे दरवेशपुरा, पटेरिया, परमानंदपुर समेत कई गांवों में पानी घुस गया है. नवादा जिले में नेमदारगंज के पास पुल पर पानी बहने के कारण नवादा-गोविंदपुर मार्ग पर यातायात ठप हो गया. वहीं, गांवों से पानी निकालने के लिए ग्रामीणों ने फतेहपुर-नरहट सड़क को जहां-तहां काट दिया, जिससे इस सड़क से होकर आना-जाना मुश्किल हो गया.
गोपालगंज में गंडक नदी का जल स्तर काफी बढ़ गया है. वाल्मीकि नगर बराज से दो लाख 46 हजार क्यूसेक पानी छोड़े जाने से कटाव तेज हो गया है. 24 गांव पानी से घिर गये हैं. गांव के आने -जाने पथों पर पानी बह रहा है. बेगूसराय के बलिया प्रखंड की परमानंदपुर, पहाड़पुर, भवानंदपुर, ताजपुर, भगतपुर पंचायतों के दर्जनों गांवों और मुंगेर जिले की कुतलुपुर पंचायत के कई गांवों में गंगा का पानी घुस गया है. तुलसी टोल बांध के नीचे पहाड़पुर जानेवाली सड़क पर डायवर्सन के पास मिट्टी धंसने से रास्ते पर पानी बह रहा है. भोजपुर में आरा शहर समेत कई गांवों में पानी भर गया है. वैशाली जिले में महुआ के पास वाया नदी में उफान से निचले इलाकों में पानी फैल गया है.
उत्तर बिहार में प्रमुख नदियों समेत अधवारा समूह की नदियों में बाढ़ की स्थिति बन गयी है. कई गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया. सैकड़ों एकड़ में लगी फसल पानी में डूब गयी हैं. मुजफ्फरपुर के कटरा में बागमती नदी के जल स्तर में वृद्धि से 16 पंचायतों का प्रखंड मुख्यालय से संपर्क टूट गया है. बकुची बसघट्टा पीडब्ल्यूडी सड़क पर ढाई सौ मीटर में दो फीट पानी का बहाव जारी है.
उधर, औराई में भी बागमती नदी के जलस्तर में ढाई फुट की वृद्धि देखी गयी है. इससे बांध के अंदर बाढ़ का पानी फैलने लगा है. समस्तीपुर में गंगा प्रतिदिन 25 से 30 सेंटीमीटर बढ़ रही है. गुरुवार की दोपहर जल स्तर 46 सेंटीमीटर को पार कर गया. इसके कारण बाढ़ का पानी निचले इलाके में प्रवेश कर गया है़ बख्तियारपुर-ताजपुर फोरलेन पर भी गंगा का पानी चढ़ गया है. सीतामढ़ी में बागमती नदी का पानी पांच स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. लखीसराय में किऊल, हरूहर नदियों का जल स्तर बढ़ गया है. कटिहार में गंगा खतरे के निशान के करीब पहुंच गयी है. अररिया में बकरा, भलुआ, रतुआ, कनकई, परमान सहित सभी नदियों का जल स्तर बढ़ गया है. भागलपुर में कई नये इलाकों में पानी फैला गया है. सबौर इंजीनियरिंग कॉलेज, महर्षि मेंहीं आश्रम में भी बाढ़ का खतरा है. शहर में कई जगहों पर जलजमाव हो गया है.
फिर ब्लास्ट कर सकता है नेपाल
नेपाल में हो रही भारी वर्षा से भोट कोसी में बनी झील में 11 मिलियन क्यूबिक फुट पानी जमा हो गया है. सूत्रों के मुताबिक नेपाल गुरुवार की देर रात इसमें एक और ब्लास्ट कर सकता है. यदि ऐसा हुआ, तो कोसी इलाके में पानी का स्तर और बढ़ जायेगा. इधर, सुपौल में कोसी का बहाव गुरुवार की शाम चार बजे तीन लाख 13 हजार क्यूसेक तक पहुंच गया.