नयी दिल्ली: आज राज्यसभा में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के सदस्यों ने शून्यकाल और प्रश्नकाल का समय बदले जाने के बारे में मीडिया में आई खबरों का मुद्दा उठाया. सदस्यों ने कहा कि इस तरह का बदलाव किया जाना सदन के नियमों और संविधान के प्रावधानों के विरुद्ध होगा.
प्रश्नकाल के तुरंत बाद सपा के नरेश अग्रवाल ने यह मुद्दा उठाते हुए कहा कि मीडिया में ऐसी खबरें आई हैं कि शून्यकाल को पूर्वाह्न 11 बजे करने और प्रश्नकाल को दोपहर 12 बजे करने का निर्णय लिया गया है. उन्होंने कहा कि हमारी संसदीय व्यवस्था ब्रिटिश संसदीय व्यवस्था पर आधारित है और वहां भी शून्यकाल दोपहर बारह बजे होता है.
अग्रवाल ने कहा कि संविधान के प्रावधानों और सदन की नियम पुस्तिका में शून्यकाल के लिए कोई प्रावधान नहीं है. उन्होंने कहा कि प्रश्नकाल 11 बजे ही होना चाहिए और यदि प्रश्नकाल से कोई मुद्दा बच गया तो उसे सभापति की अनुमति से प्रश्नकाल के बाद उठाया जाता है.