जमशेदपुर: टाटा स्टील कर्मचारियों का बोनस सितंबर में होगा. बोनस के लिए वार्ता व बारगेनिंग की माथा-पच्ची इस बार नहीं होगी क्योंकि पिछले साल हुए बोनस समझौते के समय तीन वर्ष का फॉर्मूला तय कर दिया गया था. तय किये गये फॉर्मूला के अनुसार टाटा स्टील के प्रॉफिट का 2.95 प्रतिशत राशि कर्मचारियो में बोनस के रूप में बांटा जायेगा. ग्रेड रिवीजन समझौता होने के बाद अब यूनियन अध्यक्ष पीएन सिंह की टीम बोनस समझौता करवाने के लिए अपनी कवायद प्रारंभ कर देगी.
एजीएम के बाद बोनस वार्ता. टाटा स्टील का एजीएम होने के बाद बोनस वार्ता प्रारंभ होगी. टाटा स्टील का एजीएम 14 को होना है. एजीएम के बाद प्रॉफिट का आंकड़ा मिल जायेगा जिसके आधार पर यूनियन वार्ता करेगी. वैसे यूनियन बोनस की मांग तो 20 प्रतिशत का करेगी पर पिछला समझौता 2.95 प्रतिशत होने के कारण उसे ही लागु किये जाने की उम्मीद है.
पीएन सिंह करेंगे हस्ताक्षर. बोनस समझौता में टाटा वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष के रूप में पीएन सिंह हस्ताक्षर करेंगे यह समझौता सितंबर में हो तभी यह संभव है. वर्तमान स्थिति के अनुसार पीएन सिंह सितंबर में सेवानिवृत हो रहे हैं और बोनस समझौता वे साईन करें इसके लिए पूरा प्रयास किया जायेगा. 180.6 करोड़ रुपये बंटी थी बोनस राशि. पिछले वर्ष बोनस समझौते के तहत कर्मचारियों के बीच करीब 180.5 करोड़ रुपये की राशि वितरित की गयी थी. बोनस समझौते के अनुसार कर्मचारियों को न्यूनतम 13,311 रुपये व अधिकतम 1,43,653 रुपये मिले थे. ग्रेड रिवीजन के पश्चात कर्मचारियों के बोनस में भी इजाफा होगा.