देश की जनता ने बड़ी उम्मीदों के साथ केंद्र की सत्ता नरेंद्र मोदी के हाथों में सौंपी थी. उम्मीद यह थी कि नरेंद्र मोदी इस देश के प्रधानमंत्री बनेंगे, तो वह देश को महंगाई और भ्रष्टाचार से मुक्त करायेंगे.
साथ ही, वह अपराध-मुक्त समाज की दिशा में बड़े कदम उठायेंगे. बहुत हुई महंगाई की मार, अबकी बार मोदी सरकार के लुभावने नारे से आकर्षित होकर देश की जनता ने नरेंद्र मोदी को देश को प्रधानमंत्री बना दिया. मगर यह क्या? भाजपा के जो नेता जनसभाओं में काला धन, महंगाई, भ्रष्टाचार, महिलाओं के खिलाफ अपराध, भ्रष्ट राजनीति जैसे मुद्दों को उठाया करते थे और तत्कालीन केंद्र सरकार को जमकर कोसा करते थे, अब चुप्पी साधे हैं. महंगाई पर अंकुश लगाने की बजाय मोदी सरकार और बढ़ा ही रही है. ऐसा लगता है कि जमाखोरी करनेवालों पर इस सरकार का कोई नियंत्रण नहीं है.
निलेश कु गुप्ता, मानगो, जमशेदपुर