सिलीगुड़ी: उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज में इन दिनों माहौल गरम हो गया है. अस्पताल के प्रिंसिपल डॉ. अनुप राय के निलंबन के बाद से ही यहां विवाद अपने चरम पर है. राज्य सरकार के इस निर्णय का जुनियर डॉक्टरों तथा मेडिकल कॉलेज में पढ़ाई कर रहे छात्र-छात्राओं ने विरोध किया था. इसको लेकर पिछले कुछ दिनों से अस्पताल परिसर में पोस्टरिंग भी की गई थी. जुनियर डॉक्टरों ने राज्य सरकार से डॉ. राय के निलंबन को तत्काल खत्म करने की मांग की थी.
इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं होते देख आज से अस्पतल के जुनियर डॉक्टर हड़ताल पर चले गये. यहां उल्लेखनीय है कि उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में इंसेफलाइटिस की बीमारी के कारण लगातार रोगियों की मौत हो रही है. रोगी के परिजन अस्पताल प्रबंधन पर चिकित्सा में लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं.
उसके बाद राज्य सरकार ने डॉक्टर राय को उनके पद से निलंबित कर दिया था. डॉ. राय चौथे स्वास्थ्य अधिकारी हैं जिनकी इंसेफलाइटिस के बढ़ते मामले के बाद राज्य सरकार ने बलि ले ली है. इससे पहले दाजिर्लिंग तथा जलपाईगुड़ी के मुख्य चिकित्सा अधिकारियों सहित उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के अधीक्षक डॉ. अमरेन्द्र नाथ सरकार को भी निलंबित किया जा चुका है. सोमवार को डॉ. राय को भी उनके पद से निलंबित कर दिया गया. निलंबन के बाद से ही एसोसिएशन ऑफ हेल्थ सर्विसेस के उत्तर बंगाल शाखा के चिकित्सक आंदोलन कर रहे हैं. इस संबंध में संगठन के उत्तर बंगाल इकाई के अध्यक्ष डॉ. शंकर कविराज का कहना है कि मेडिकल कॉलेज के चिकित्सक इंसेफलाइटिस पीड़ित मरीजों की चिकित्सा में किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं बरत रहे हैं.
उन्होंने कहा कि अस्पतालों में राज्य सरकार ने ढांचागत सुविधाओं का विकास नहीं किया है. राज्य सरकार अपनी कमी को छिपाने के लिए डॉक्टरों की बलि ले रही है. इस बीच, जुनियर डॉक्टरों के अचानक हड़ताल पर चले जाने से यहां रोगियों की चिकित्सा व्यवस्था चरमरा गई है. इंसेफलाइटिस की बीमारी को लेकर पूरे उत्तर बंगाल में रेड अलर्ट घोषित है. उसके बावजूद जुनियर डॉक्टरों के अचानक हड़ताल पर चले जाने से लोगों में भारी रोष है. उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज में हर ओर अव्यवस्था का आलम है. जुनियर डॉक्टरों का कहना है कि जब तक राज्य सरकार इस मामले में सही कदम नहीं उठाती है, तब तक आंदोलन जारी रखेंगे. इसबीच,उत्तर बंगाल विकास मंत्री गौतम देव आज भी उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज और अस्पताल गए तथा हालात का जायजा लिया.उन्होंने पूरे मामले को लेकर अधिकारियों के साथ एक बैठकी भी की.